Ranchi: डोरंडा ग्वाला टोली के मजार में रहने वाली खुदेजा खातुन को वृद्धा पेंशन नहीं मिल रही है. खुदेजा और उनके शौहर शहीद खान को कोई संतान नहीं है. खुदेजा ने बताया कि उनके शौहर दिव्यांग हैं. दोनों मांग कर खाते हैं और मजार में रहते हैं. खुदेजा का कहना है कि उन्हें अभी तक पेंशन पास ही नहीं हुआ है. वहीं उनके शौहर को दिव्यागंता पेंशन मिलता है, लेकिन विगत दो सालों से पेंशन नहीं मिल रही है.
अपने शौहर के पेंशन के लिए पिछले दो महीने से बैंक और जिला समाज कल्याण कार्यालय के चक्कर लगा रहीं हैं. बता दें कि खुदेजा खातुन इतनी वृद्ध और कमजोर हैं कि जिला समाज कल्यान कार्यालय के तीसरे तल्ले के कमरा नंबर 316 तक जाने में भी असमर्थ हैं. आए दिन जिला प्रशासन कार्यालय में अपनी समस्याओं को लेकर जनता पहुंचती है.
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जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने क्या कहा
जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शत्रुंजय कुमार ने कहा कि यह मामला संज्ञान में आया है इसकी जांच करके जल्द से जल्द पेंशन चालू कर दी जाएगी. अगर पहले से इनका आवेदन किया हुआ है तो प्रोसेस में डाल दिया जाएगा. यदि आवेदन नहीं किया गया है तो इनसे आवेदन करवा कर पेंशन शुरू करवाया जाएगा.
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समाज कल्याण कार्यालय ने क्या कहा
समाज कल्याण कार्यालय का कहना है कि शहीद खान को पेंशन की राशि मिलती है. लेकिन जिस खाते में राशि दी जाती है वह खाता लेकर यह महिला नहीं आई हैं.शायद इसके पास दो खाते हैं.