Dhanbad : बीएसएस महिला कॉलेज, धनबाद (Dhanbad) में शिक्षकों के एक गुट ने कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य सुबोध कुमार की नियुक्ति को गलत बताया है. कॉलेज की पूर्व प्राचार्य उषा शर्मा ने बयान जारी कर कहा है कि वर्ष 1996 में तत्कालीन सचिव एमएल दास ने सभी शिक्षकों से स्व अभिप्रामाणित नियुक्ति पत्र मांगा था. उस सुबोध कुमार ने खुद अपनी नियुक्ति की तिथि 25 अक्टूबर 1993 बताई थी, जबकि वर्तमान शासी निकाय ने उनका नियुक्ति वर्ष 1992 बताया है. डॉ. उषा ने दूसरा सुबूत प्रस्तुत करते हुए कहा कि डॉ. सुबोध कुमार जिस साक्षात्कार समिति से खुद को नियुक्त बताते हैं, उस साक्षात्कार समिति ने सिर्फ दो शिक्षकों का चयन किया था, जिसमें उनका नाम नहीं था. उनकी नियुक्ति तत्कालीन अध्यक्ष नवल किशोर सिंह ने 27 नवंबर 1992 को पत्र जारी कर समायोजित की थी. समायोजन उनका होता है, जिनकी नियुक्ति होती है. लेकिन जब डॉ. सुबोध की नियुक्ति ही नहीं हुई तो समायोजन कैसे हुआ.
डॉ. उषा शर्मा ने बर्सर की नियुक्ति को भी सवालों के घेरे में बताया है. कहा कि राज्यपाल की ओर से गठित कमेटी और जिला प्रशासन की गठित जांच कमेटी ने बर्सर की नियुक्ति को अवैध बताया है. सवाल उठाया कि जब बर्सर की नियुक्ति ही गलत है तब उन्हें इतना महत्वपूर्ण पद कैसे दिया गया.
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