Sindri : सिंदरी के विद्यापति परिसर में आयोजित दो दिवसीय हस्तशिल्प प्रदर्शनी का 25 मार्च को समापन हुआ. भारतीय हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय वस्त्र मंत्रालय की ओर से आयोजित इस प्रर्शनी में शिल्पकारों ने एक से बढ़कर एक मॉडल प्रस्तुत किए. डीएवी सिंदरी के प्राचार्य आशुतोष कुमार, सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य सुनील कुमार पाठक व सिन्दरी कॉलेज के भौतिकी विभागाध्यक्ष प्रो अनिल आशुतोष ने स्टॉलों का निरीक्षण किया. कार्यक्रम में दोनों स्कूलों के बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया.
प्रदर्शनी में में बांस शिल्पकला, डोकरा शिल्प, शोलापीठ, कशीदाकारी, फिश स्केल, जूट शिल्प, जादोपटिया चित्रकारी, मधुबनी चित्रकला, कलात्मक वस्त्र निर्माण व सोहराय चित्रकला के मॉडल प्रस्तुत किए गए. समापन समारोह में हस्तशिल्प केंद्र के सहायक निदेशक ने विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी. मौके पर सस्वती विद्या मंदिर सिंदरी की प्रभारी प्राचार्य रंजना सिंह, प्रशिक्षण अधिकारी विकास कुमार, रवि जान रौशन, कुणाल भास्कर, सुंदरलाल महतो समेत घोंघाबद गांव के बांस शिल्पी मौजूद रहे.
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