Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) साइबर ठगी का जाल फैलता जा रहा है. पहले ठग प्रलोभन देते थे. परंतु अब डराने भी लगे हैं. आपका खाता, सील हो जाएगा, आपका बिजली कनेक्शन कट जाएगा, आपका गैस सिलिंडर बंद हो जाएगा..आदि बातों से डराते हैं और बचने का उपाय भी बताते हैं. इन ठगों के बताए गए उपाय पर अमल करते ही बैंक बैलेंस शून्य हो जाता है. इसीलिए ऐसे फोन कॉल से सावधान रहने की जरूरत है. अपनी महत्वपूर्ण जानकारी साइबर ठग से साझा करने पर बैंक से पैसा कट जाएगा. अगर ऐसा कॉल मोबाइल पर आता है तो सावधान हो जाने की जरूरत है.
साइबर अपराधियों का बोलबाला बढ़ता ही जा रहा है. ये साइबर अपराधी बहुत ही शातिर हैं. आए दिन किसी न किसी को अपना शिकार बनाते रहते हैं, भोले भाले लोग उनके जाल में आसानी से फंस जाते हैं. तकनीक के जोर पर पलक झपकते ही ये शातिर ठग अपने शिकार के मोबाइल को हैक करता है. उसके बाद उनके खाते का पैसा उड़ा लेता है. धनबाद साइबर थाने में जनवरी से नवंबर ठगी के लगभग 40 मामले आ चुके हैं. बहुत ऐसे भी मामले हैं, जो थाना तक पहुंचे ही नहीं.
जानकारी नहीं दें, न लिंक छुएं और न करें एप लोड
होशियारी इसी में है कि अपने खाते की जानकारी नहीं दें. कोई खुद को बैंक अधिकारी कहकर भी जानकारी मांगे तो नहीं बताना चाहिए. कोई भी लिंक बिना सोचे समझे मत छुएं, किसी के कहने पर कोई एप भी नहीं लोड करें. फेसबुक पर अनजान लोगों से दोस्ती मत करें. उपहार व इनाम संबंधी संदेश के लोभ में नहीं फंसें. उसी एटीएम से पैसे निकालें, जहां गार्ड तैनात हो.
जागरुकता से लगेगा साइबर ठगी पर अंकुश: डीएसपी

साइबर डीएसपी सुमित लकड़ा ने कहा कि लोग अब भी जागरूक नहीं हुए हैं. जागरुता से ही साइबर ठगी पर अंकुश लगाया जा सकता है. आज भी लोग साइबर ठग को अपनी महत्वपूर्ण जानकारी दे देते हैं. पुलिस ओटीपी या महत्वपूर्ण जानकारी साझा करने के लिए मना करती रहती है, फिर भी लोग इन ठगों के जाल में फंस जाते हैं. उन्होंने कहा कि स्कूल और कॉलेज में कार्यक्रम के जरिये लोगो को जागरूक किया जा रहा है. कहा कि साइबर अपराधी ज्यादातर युवा वर्ग बुजुर्गो को शिकार बनाते हैं.
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