Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) आदिवासी, मूलवासी के विकास को देखकर भाजपाइयों के पेट में दर्द हो रहा है. एक आदिवासी युवा मुख्यमंत्री का काम उनसे देखा नहीं जा रहा है. झारखंडियों के हित के लिये जब विधानसभा में 1932 के खतियान आधारित कानून को पास कराया तो 20 लोगों ने मिलकर कोर्ट में चुनौती दी. इसमें एक भाजपा का, बाकी यूपी बिहार के लोग शामिल थे. ये लोग आदिवासी मूलवासी को आगे नहीं बढ़ना देना चाहते हैं. लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है, संघर्ष, बलिदान, झारखंडियों के जीवन का हिस्सा है. उक्त बातें शनिवार को धनबाद के गोल्फ ग्राउंड में आयोजित झारखंड मुक्ति मोर्चा के 51 वें स्थापना दिवस पर सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कही.
सिर्फ छत्तीसगढ़ी मुख्यमंत्री ने पूरा किया कार्यकाल
उन्होंने कहा कि राज्य बनने के बाद पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी बने. उसके बाद बड़े भाई अर्जुन मुंडा को इन लोगों ने मुखौटे के तौर पर मुख्यमंत्री बनाया. एक को दो साल और दूसरे को तीन साल में हटा दिया. लेकिन एक छत्तीसगढ़ी ने पांच साल का कार्यकाल पूरा किया. ये लोग आदिवासीका आगे बढ़ना पसंद नहीं करते हैं. 20 साल में पहली बार एक आदिवासी की मजबूत सरकार बनी है. तब से भाजपा के लोग येन केन प्रकारेण पूरे सोरेन परिवार को परेशान करने का काम कर रहे हैं.
सरकार की उपलब्धियां गिनाई और मांगा साथ
मुख्यमंत्री ने सरकार की उपलब्धियां गिनाई और आदिवासी मूलवासियों को साथ देने की बात कही. इससे पूर्व उन्होंने पार्टी का झंडा फहराया. पंडाल में जुटे लोगों का अभिवादन किया. कार्यक्रम में झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन, राज्यसभा सांसद महुआ मांजी, टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो, गिरिडीह विधायक सुदीप कुमार सोनू, बिनोद पाण्डे, फागू बेसरा, कंसारी मंडल, सुखलाल मरांडी, लक्ष्मी मुर्मू, रमेश टुडु आदि मौजूद थे.
राजनीतिक लड़ाई लड़ कर हासिल करेंगे हक
मुख्यमंत्री ने कहा जब बिहार में बिहारी, गुजरात में गुजराती, बंगाल में बंगाली, असम में आसामी राज कर सकता है तो झारखंड में झारखंडी क्यों नहीं राज कर सकता. असल में ये लोग हमलोगों को बोका समझते हैं. उन्हें मालूम नहीं कि हमारे बीच ही सिदो कान्हू, नीलाम्बर, पीताम्बर जैसे लोग भी आये हैं और हक भी दिलाया है. हम राजनीतिक लड़ाई लड़कर अपना हक वापस लेंगे. राजनीतिक रूप से हमलोग मजबूत नहीं हुए तो ये लोग हमें दफन कर देगा.
1 लाख 36 हजार केंद्र नहीं दे रहा बकाया
सोरेन ने कहा कि कोल कंपनियों ने धनबाद से कोयला निकालकर आग के हवाले कर दिया है, जिस कारण आज यहां के लोग विस्थापन का दर्द झेल रहे हैं. जमीन हमारी, कोयला हमारा लेकिन आज तक इस राज्य को केंद्र ने एक पैसा नहीं दिया. 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपया बकाया है. सरकार में आने के बाद पैसे की मांग की, लेकिन नहीं मिला. आज केंद्र पैसा दे दे तो एक एक विस्थापित को पुनर्वास के साथ रोजगार की व्यवस्था की जाएगी. राज्य के युवाओं को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, यहीं रोजगार मिलेगा.
एफसीआई से चावल भी नहीं दे रही है केंद्र सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने हिस्से का अनाज के लिये केंद्र सरकार से एफसीआई से चावल खरीदने की मांग की थी, लेकिन केंद्र ने अनुमति नहीं दी. आज हम बाजार रेट पर चावल खरीद कर गरीबों को देने का काम कर रहे हैं. इसके अलावा 9 लाख किशोरियों को ज्योतिबाई फूले किशोरी समृद्धि योजना का लाभ दिया जा रहा है. गुरूजी क्रेडिट कार्ड योजना के तहत कम ब्याज पर युवाओं को उच्च शिक्षा के लिये योजना शुरू की गई है. स्वरोजगर के लिये सस्ती दर पर ऋण दिया जा रहा है. अन्य योजनाओं का लाभ भी आज कमजोर लोगों तक पहुंच रहा है.
पहले महंगाई डायन थी अब भौजाई है
सोरेन ने कहा कि बीजेपी जब विपक्ष में थी तो महंगाई को डायन कहा करती थी. आज वहीं महंगाई उनकी भौजाई हो गई है. 1200 रुपये में एक गैस सिलेंडर मिल रहा है. थाली से सब्जी, दाल गायब हो गया है और जनता को हर दिन ये लोग सिर्फ बरगलाने का काम कर रहे हैं. ये लोग तो रेलवे को भी बेच रहे हैं. पता नही धनबाद स्टेशन को बेचा है या नहीं. हमलोग उनकी तरह व्यपारियों की चिंता नहीं करते बल्कि पिछड़े, दलित, आदिवासी, अल्पसंख्यक की चिंता करते हैं. सहिया लोगों की जानकारी मिली है, उनका भी समाधान होगा.
हाड़ी- दारू छोड़ो, अब पढ़ो और आगे बढ़ो
झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन ने कहा कि हमलोगों ने लड़कर झारखंड तो बना दिया, अब इसे संवारने का समय है. इसलिये हाड़ी दारू छोड़ कर सभी बच्चों को पढाओ. खेती बाड़ी पर ध्यान दो और परिवार को आगे बढ़ाओ. जहां पानी की समस्या है, सरकार काम कर रही है, समाधान हो जाएगा.
मोदी के अंदाज में दिखे सोरेन
मुख्यमंत्री की वर्तमान राजनितिक छवि बिलकुल बदली सी नजर आई. प्रधानमंत्री के अंदाज में तीखे हमले करने लगे हैं. भाजपा की हिंदुत्व की छवि को सोरेन बाहरी भीतरी के नाम पर कैश करने में जुट गए हैं उनकी बातें स्थानीय लोगों को पंसद भी आ रही हैं. कई बार मुख्यमंत्री, मोदी के अंदाज में लोगों से अपनी बात स्वीकार कराते नजर आये, जैसे उन्होंने कहा आपलोगों के टोले मुहल्ले में सरकारी पदाधिकारी पहुंच रहे हैं या नहीं, सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है या नहीं.
रैली के माध्यम से झामुमो नेताओं ने दिखाई क्षमता
Dhanbad : गोल्फ ग्राउंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा के 51वें स्थापना दिवस समारोह में काफी संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए. तेतुलमारी, मनईटांड़, दहुआटांड़, तोपचांची, टुंडी, सिंदरी, बस्ताकोला, बरटांड, कोदर पंचायत से मथुरा प्रसाद महतो, जिला परिषद सदस्य लक्ष्मी मुर्मू, अशोक मंडल, पैगाम अली, रमेश टुडू और रतिलाला टुडू के नेतृत्व में भारी संख्या में लोगों का जुटान हुआ. वहीं मांदर की थाप पर नाचते झूमते हुए महिला, पुरुष और बच्चे भी दिखे.
सुरक्षा में तैनात रहे ये प्रशासनिक अधिकारी
गोल्फ ग्राउंड के अंदर सुरक्षा व्यवस्था का पुख्ता इंतजाम किया गया था. सुरक्षा व्यवस्था में डीसी संदीप कुमार, एसएसपी संजीव कुमार, डीडीसी शशि प्रकाश, सिटी एसपी रिष्मा रमेशन, डीएसपी विधि व्यवस्था अरविंद कुमार बिन्हा, ट्रैफिक डीएसपी राजेश कुमार, धनबाद थाना प्रभारी बिनय कुमार तथा पुलिस के जवान, महिला पुलिस बल सुरक्षा व्यवस्था में तैनात थे.