Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) नगर निगम कार्यालय के समक्ष प्रदूषण जांच के लिए लगाया गया डिसप्ले बोर्ड शोभा की वस्तु बन कर रह गया है. डिसप्ले बोर्ड से v तो प्रदूषण की स्थिति का पता चलता है और न ही उसकी मॉनिटरिंग हो रही है. निगम के अधिकारियों का कहना है कि यह बोर्ड अभी डेमो के लिए लगाया है. अभी किसी सब स्टेशन का काम पूरा नहीं हुआ है. इसलिए डिसप्ले बोर्ड से प्रदूषण का वास्तविक आंकड़ा नहीं मिलेगा. 24 दिसंबर तक यह काम पूरा हो जाएगा. तभी डिसप्ले बोर्ड से प्रदूषण की वास्तविक स्थिति का पता चल सकेगा. 25 दिसंबर को इसका उद्घाटन किया जाएगा.
प्रदूषण मापक यंत्र पर खर्च 8 करोड़
निगम के अधिकारियों के अनुसार शहरी क्षेत्र की 10 अलग अलग जगहों पर प्रदूषण मापक यंत्र के साथ मॉनिटरिंग स्टेशन बन रहा है. इसके साथ 5 स्थान पर डिसप्ले बोर्ड लगाने का काम चल रहा है. वायु प्रदूषण की स्थिति के आकलन के लिए निगम कार्यालय में कमांड एंड कंट्रोल रूम बनाया जाएगा, जहां से प्रदूषण संबंधी डेटा ऑनलाइन केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के सर्वर में भेजा जाएगा. इस काम में कुल 8 करोड़ रुपये खर्च होंगे. सेटअप तैयार होने के बाद केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड व झारखंड राज्य प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड की टीम चेक करेगी. उनसे हरी झंडी मिलने के बाद ऑथेंटिक डाटा जारी होने लगेगा.
प्रदूषण की रोकथाम में आएगी तेजी
शहरी क्षेत्र में प्रदूषण मापक यंत्र लगाने से उसकी रोकथाम में तेजी आएगी.. निगम के आंकड़े के अनुसार अब तक शहरी क्षेत्र में 25 हजार पौधे, 10 से अधिक पार्क, ग्रीन पैच, धूल कण को रोकने के लिए पानी का छिडकाव, साफ सफाई आदि काम किया जा रहा है. प्रदूषण मापक यंत्र लगने पर ज्यादा प्रदूषित वाले होने क्षेत्र में योजना बद्ध तरीके से काम होगा. निगम, बीसीसीएल और जिला परिवहन विभाग के अधिकारियों की भी मदद लेगा. जागरुकता अभियान में भी तेजी आएगी. यदि सब कुछ तय समय पर हुआ तो प्रदूषण की रोकथाम करने वाला धनबाद पहला जिला घोषित हो जाएगा.
अभी डेमो के लिए है डिसप्ले बोर्ड : नगर आयुक्त
नगर आयुक्त सतेंद्र कुमार का कहना है कि निगम कार्यालय के बाहर अभी सिर्फ डेमो के लिए डिसप्ले बोर्ड लगा है. 25 दिसंबर तक यह विधिवत रूप से काम करने लगेगा. अभी इसके सेट अप की तैयारी चल रही है.
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