Katras : बीसीसीएल ब्लॉक टू क्षेत्र की बेनीडीह साइडिंग में सीआईएसएफ व कोयला चोरों के बीच फायरिंग मामले की सघन जांच -शुरू हो गई है. रांची से फॉरेंसिक विभाग की 3 सदस्यीय टीम 22 नवंबर की दोपहर घटनास्थल पर पहुंची हर बिंदु पर जांच की. टीम करीब दो घंटे तक साइडिंग में रुकी और जरूरी साक्ष्य एकत्र कर साथ ले गई. आगे की जांच कर विस्तृत रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को सौंपेगी. अनुसंधान के दौरान राजगंज थाना के एक पुलिस पदाधिकारी के अलावा बाघमारा थाना की पुलिस भी मौजूद रही. टीम में सहायक निरीक्षक विवेक सिंह, मिथिलेश कुमार व सहयोगी नीतीश कुमार शामिल थे. टीम ने मीडिया के समक्ष कुछ भी बताने से साफ इनकार किया.
साइडिंग में कोयला ट्रांसपोर्टिंग शुरू
इस बीच साइडिंग में मंगलवार से ट्रांसपोर्टिंग का कार्य शरू हो गया है. बीसीसीएल अधिकारियों ने कहा कि घटना की जांच में किसी तरह की बाधा नहीं पहुंचे इसीलिए ट्रांसपोर्टिंग कार्य बंद रखा गया था. ब्लॉक टू क्षेत्र के महाप्रबंधक चितरंजन कुमार ने मृत परिवारों के प्रति सहानुभूति जताते हुए कहा कि पुलिस प्रशासन पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करें. प्रबंधन पूरा सहयोग देगा.
घायल बादल ने सहयोग की लगाई गुहार
गोलीबारी में घायल डुमरा निवासी बादल रवानी का इलाज रांची रिम्स में चल रहा है, उसने सोशल मीडिया के जरिए लोगों से आर्थिक मदद की गुहार लगाई है. वहीं, दुर्गापुर में इलाजरत रमेश रविदास की स्थिति बिगड़ती जा रही है.
परिजनों को 25-25 लाख मुआवजा मिले : सांसद प्रतिनिधि
इधर, आजसू पार्टी के जिला प्रधान सचिव सह सांसद प्रतिनिधि रामाशंकर तिवारी ने घटना की निंदा करते हुए मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की. कहा कि जिनकी शह पर कोयले का अवैध कारोबार फल-फूल रहा है, उन पर कानूनी कार्रवाई की बजाय गरीब-बेबस लोगों को गोलियों का शिकार बनाया गया है. एक साजिश के तहत घटना को अंजाम दिया गया है.
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