Dhanbad : कोरोना की रफ्तार थमने के बाद राज्य सरकार धनबाद में निगम चुनाव कराए या ना कराये, इससे पूर्व पार्षदो पर कुछ असर पड़ता हुआ दिखाई नहीं दे रहा. पार्षद कार्य काल समाप्त होने के बाद जनता की सेवा में लगे हुए हैं. निगम की योजनाओ पर भी इनकी नजर बनी हुई है. सड़क, नाली, चापानल की मरम्मत से लेकर प्रधानमंत्री आवास योजना तक इनकी भागीदारी और हिस्सेदारी रहती है. यही वजह है कि निगम में हर दिन पूर्व पार्षद विचरण करते नजर आ जाते हैं कुछ तो अक्सर दिख जाते हैं और कुछ कभी कभी नजर आते हैं.
केस स्टडी 1
गुरुवार 24 फरवरी को जन्म-मृत्य प्रमाण पत्र वाले काउंटर पर वार्ड 26 के पूर्व पार्षद झोला लटकाये मंडराते नजर आये. उन्हें देख कर लगा शायद किसी का जन्म-मृत्य प्रमाण पत्र बनवाने आये हैं. लेकिन अचानक पत्रकारों को देख अपनी वीरता की गाथा सुनाने लगे.
केस स्टडी 2
शुक्रवार को भी निगम की सीढ़ियों पर वार्ड 28 के पूर्व पार्षद पति दिखे. वह अपने वार्ड का टेंडर मैनेज करने आये थे. पत्रकारों को देख मुस्कराये और कहा ऐसे ही.
केस स्टडी 3
तीसरे दिन यानि शनिवार को वार्ड 18 की पूर्व पार्षद महोदया एक साहब के पास पहुंची. कहने लगी साहब आप तो जानते हैं कि हमारे वार्ड में गरीब ज्यादा रहते हैं.18- 20 लोगों को पीएम आवास योजना दिला दीजिये ना. साहब ने कहा कैसे दिलाएं, डेढ़ माह टाइम दिया. 1155 लोगों ने आवेदन दिया, जिसमें 558 योग्य मिले. उनकी फाइल तैयार हो चुकी है, आज इसे रांची भेजा जाएगा. अब नहीं हो सकता. साहब के मना करने के बाद भी पूर्व पार्षद जमी रही, मान मनौव्वल जारी था.
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