Jharia: झरिया (Jharia) वर्ष 1991 में सड़कों पर फल सब्जियां बेचने वाले व्यपारियों के लिए झरिया शहर के राज ग्राउंड में कृषि बाजार हाट लगाई गई था. सड़के अतिक्रमण मुक्त रहे और फल सब्जी विक्रेता एक छत के नीचे व्यपार कर सके, यह व्यवस्था की गई थी. परंतु आज स्थिति पूरी तरह विपरीत है. आज झरिया के इस कृषि बाजार हाट में अतिक्रमणकारियों का दबदबा है. दर्जनों दुकानों पर वर्षों से दबंगों ने कब्जा जमा रखा है. बाजार समिति के खाते में इस हाट की 27 दुकानें हैं. मगर अवैध रूप से 50 दुकानें खाते में है ही नहीं. इसी का फायदा उठाकर अवैध धंधेबाज लगभग 30 वर्षो से दुकानों पर कब्जा कर कारोबार चला रहे हैं. कोई बाहर का फल विक्रेता यहां फल बेचना चाहे तो भी नहीं बेच सकते. धनबाद कृषि उत्पादन बाजार समिति के अधिकारियों ने कई बार अवैध दुकान संचालकों को दुकान खाली करने की हिदायत भी दी, मगर स्थानीय दबंगो की दबंगई के कारण हालत नहीं बदली. समिति के सचिव राकेश सिंह की मानें तो कुछ को छोड़ ज्यादातर दुकानदारों का किराया आ जाता है.

पुलिस ने अवैध शराब फैक्ट्री का किया था भंडाफोड़
झरिया थाना प्रभारी पंकज झा के नेतृत्व में पुलिस ने झरिया बाजार समिति व राजग्राउंड के समीप नकली देसी व विदेशी शराब बनाने की फैक्ट्री का भंड़ाफोड़ किया था. यह वर्ष 2019 की बात है. तब पुलिस ने तीन ट्रक तैयार अवैध विदेशी शराब, कागज के कार्टून, भारी मात्रा में स्प्रीट, खाली बोतल, ढक्कन, देसी शराब के प्लास्टिक के पाउच, 20 लीटर के 12 जार में करीब 240 लीटर स्प्रीट, बंद जार में पानी, खाली बोतल आदि सामान जब्त किये थे. बाजार समिति की कई दुकानों में अवैध शराब रखी हुई थी. इस छापेमारी से झरिया बाजार समिति के दुकानों पर कब्जा जमाए दबंगों मे हड़कंप मच गया था. बावजूद अब भी उन दबंगों का कब्जा बरकरार है.
अवैध दुकानों को शीघ्र कराया जाएगा खाली : सचिव
कृषि उत्पादन बाजार समिति के सचिव राकेश सिंह का कहना है कि अवैध रूप से जो दुकान बनाकर फल बेच रहे हैं, उन्हें जल्द ही खाली करा दिया जाएगा. खाते के अनुसार कृषि हाट में 27 दुकानें हैं, जिनमें कुछ ही दुकानों से किराया नहीं आ रहा है. उस पर भी कार्रवाई की जाएगी.

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