Baliapur : बलियापुर (Baliapur) हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (हर्ल) सिंदरी में राज्य सरकार के गजट अनुसार 75 प्रतिशत स्थानीय को नियोजन देने, भारत सरकार की विस्थापन व पुनर्वास नीति के तहत अधिग्रहित जमीन का उचित मुआवजा एवं नौकरी में प्राथमिकता देने, एफसीआई द्वारा अधिगृहित खाली पडी जमीन विस्थापित किसानों को वापस करने समेत छह सूत्री मांगों को लेकर भाकपा माले, इंकलाबी नौजवान सभा एवं झारखंड ग्रामीण मजदूर सभा के बैनर तले मंगलवार 29 नवंबर को हर्ल मुख्य द्वार के समीप प्रदर्शन किया गया.
मुख्य वक्ता बगोदर के विधायक विनोद कुमार सिंह ने कहा कि सिंदरी समेत कई गांवों के किसानों ने मुआवजा और नौकरी मिलने की उम्मीद पर एफसीआई को अपनी जमीन दी थी. लेकिन नौकरी एवं मुआवजा नहीं मिला. हर्ल कंपनी सरकार की है, किंतु इसमें निजी कम्पनियों के नियम कानून लागू हैं. नौकरियां ठेके पर दी जा रही हैं.
इससे पहले आंदोलनकारी शहरपुरा के नेहरू मैदान से जुलूस निकाल प्रदर्शन स्थल पहुंचे थे. सभा की अध्यक्षता नकुलदेव सिंह ने की. संचालन कृष्णा प्रसाद महतो एवं सुधीर महतो ने किया. जिला सचिव कार्तिक प्रसाद, वरीय नेता उपेन्द्र सिंह, नगेन्द्र कुमार, मनोरंजन मलिक, सरोज देवी, सुनिल महतो, आसमान मरांडी, गौतम कुमार महतो, भजोहरि महतो आदि ने सभा को सम्बोधित किया.




