Nirsa : निरसा (Nirsa) मुगमा क्षेत्र अंतर्गत कापासारा आउटसोर्सिंग में विगत 18 नवंबर शुक्रवार की सुबह भूधंसान की घटना के बाद राजनीति तेज हो गई है. प्रबंधन घटना की लीपापोती में लगा है तो दूसरी तरफ राजनीतिक दलों ने अपना तेवर दिखाना शुरू कर दिया है. 19 नवंबर शनिवार को कामगार यूनियन के केंद्रीय सचिव आगम राम ने भी भू-धंसान क्षेत्र का दौरा किया. उन्होंने बताया कि भू-धंसान स्थल से कुछ ही दूरी पर हावड़ा-नई दिल्ली रेल लाइन तथा बंगाल-बिहार धौड़ा अवस्थित है. पिछले साल कापासारा, गोपीनाथपुर और दहीबाड़ी मे एक ही साथ खदान की चट्टान टूटकर गिरने से कई लोग काल के गाल में समा गये. लगता है प्रबंधन और प्रशासन रेल लाइन या अवैध उत्खनन स्थल पर किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है.
श्री राम ने बताया कि बंगाल-बिहार धौड़ा के विस्थापन और पुनर्वास का जो वादा प्रबंधन ने किया था, उसे पूरा करे. प्रबंधन अपने वादे पर गंभीर नहीं है. प्रबंधन से आग्रह है कि वह परियोजना विस्तार के लिए पुनर्वास की अविलम्ब व्यवस्था करे तथा अवैध उत्खनन और कोयला चोरी रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए. क्योंकि प्रबंधन और प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लग रहा है.