Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) शक्ति मंदिर स्थित आशीर्वाद टावर में 31 जनवरी की शाम भीषण अग्निकांड में जान गंवाने वालों की पहचान के लिए परिवार वाले अस्पताल की खाक छान रहे हैं. परिजन अपने लोगों को ढूंढते रहे और नकी लाश देख चीख चीख कर रोने लगे. पूरा का अस्पताल उनकी चीख पुकार से गूंजता रहा.
नर्सिंग होम में चल रहा कई लोगों का इलाज
बता दें कि मंगलवार की शाम भीषण अग्निकांड में 14 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोगों का इलाज स्थानीय नर्सिंग होम में चल रहा है. मृत 14 लोगों का शव एसएनएमएमसीएच भेज दिया गया. मृतकों में धनबाद के अलावा आसपास के जिले के भी कई लोग शामिल हैं. पहचान के लिए उनकी तस्वीर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाहर चिपका दी गई है. परिवार वाले ढूंढते ढूंढते अस्पताल पहुचे तो वहां दीवार पर लगी तस्वीरों को देख कर खुद को रोक नहीं सके और जोर जोर से रोने लगे.
दो घंटे विलंब से शुरू हुआ पोस्टमार्टम, परिजनों में रोष
अग्निकांड में मृत 14 शवों के पोस्टमार्टम किसी कारणवश 2 घंटे विलंब से प्रारंभ हुआ. विलंब से मृतकों के परिजनों में काफी रोष देखा गया. वे इस बात से नाराज दिखे कि आखिर इतनी बड़ी घटना में भी अस्पताल प्रबंधन लापरवाह क्यों है.
विधायक के हस्तक्षेप पर जगा अस्पताल प्रबंधन
पोस्टमार्टम में विलंब की सूचना जब विधायक राज सिन्हा को मिली तो उन्होंने तत्काल अध्यक्ष और प्रिंसिपल से बातचीत की. उन्होंने बताया गया कि पोस्टमार्टम शुरू हो चुका है. फोन पर बातचीत के आधा घंटा बाद विधायक पहुंचे, तब भी पोस्टमार्टम प्रारंभ नहीं हुआ. इसे विधायक ने प्रबंधन की घोर लापरवाही बताया है.
अग्निकांड में जान गंवा बैठे लोगों के नाम
मृतकों में माला देवी (40 वर्ष), विजय लाल (70 वर्ष), सविता देवी (32 वर्ष), अमन कुमार (7 वर्ष) , सुशीला देवी (49 वर्ष), तम्बी राज (3 वर्ष), सुनीता देवी (50 वर्ष), आना देवी (48 वर्ष) , श्रेया कुमारी (7 वर्ष) , बिंदा देवी (65 वर्ष) , पुतुल देवी (60 वर्ष) , गौरी देवी (58 वर्ष) , सुशीला देवी (60 वर्ष) और देवी (40 वर्ष) शामिल हैं.
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