Mithilesh kumar
Dhanbad: कोरोना की तीसरी लहर में शहर में अब तक दो मौत ही हुई है, लेकिन श्मशान घाटों पर पहले की तुलना में ज्यादा शव आ रहे हैंं. लगातार संवाददाता ने गुरुवार को घाटों का दौरा किया तो यह सामने आया. बताया गया कि शव ज्यादा आ रहे हैं, लेकिन मौत ठंड, हादसों और दूसरी बीमारियों के कारण हो रहे हैं .
मटकुरिया श्मशान घाट : केयर टेकर राहुल ने बताया कि अभी तक उसकी जानकारी में श्मशान में एक भी कोरोना मरीज का शव नहीं आया है. लेकिन, हर दिन दो से तीन शव श्मशान पहुंच रहा है. 10 जनवरी को 6 शव आया था. कोरोना की तीसरी लहर से पहले एक या दो शव आता था.
चिरागोड़ा श्मशान : सुपरवाइजर अर्जुन राम ने बताया कि किसी कोरोना मरीज का शव अभी तक नहीं आया है. हर दिन 2- 3 शव आता है. कभी एक भी रहता है. ठंड में शव की संख्या में थोड़ी वृद्धि हुई है.
मोहलबनी श्मशान : निगम के सुपरवाइजर राजीव रंजन सिंह भी बताते हैं कि अभी घाट आने वाले शव की संख्या में वृद्धि हुई है.
इधर, एसएनएमएमसीएच के चिकित्सक डॉ. जेएस राव ने बताया कि पोस्टमार्टम हाउस में शवों की संख्या पहले से ज्यादा हुई है. हर दिन 4 से 5 शव आ रहे हैं . इनमें सिर्फ कोरोना के मरीज नहीं होते है, बल्कि गंभीर बीमारी, हादसों के शिकार लोगों का शव भी रहता है. दूसरी लहर के मुकाबले इस बार कोरोना से मरने वालों की संख्या काफी कम है. अभी तक ऐसे एक या दो केस ही होंगे.
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