निजी अस्पताल में हो सकता है इलाज,जेल प्रशासन ने कोर्ट को सौंपी रिपोर्ट
Dhanbad : पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के मामले में विगत छह वर्षों से जेल में बंद संजीव सिंह को लगता है राहत मिलनेवाली है. पिछले कुछ दिनों से उनके परिजन किसी निजी अस्पताल में संजीव सिंह का इलाज कराने की अनुमति के लिए अदालत से गुहार लगा रहे हैं. एसएनएमएमसीएच में इलाज से उनकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ, बल्कि स्थिति बिगड़ गई है. उन्हें पेशाब करने में भी परेशानी है. भोजन भी टीक से नहीं कर पा रहे हैं, कुछ खाते भी हैं तो उल्टी हो जाती है.
पत्नी रागिनी सिंह ने भी लगाई गुहार
संजीव सिंह की पत्नी भाजपा नेत्री रागिनी सिंह ने भी अस्पताल प्रबंधन व अदालत से पति को इलाज के लिए किसी निजी अस्पताल में भर्ती कराने की गुहार लगाई है. संजीव की माता पूर्व विधायक कुंती सिंह पिछले दिन अस्पताल में पुत्र की दशा देख कर रो पड़ीं. उन्होंने कहा कि अब न्यायालय पर ही भरोसा है. इस बीच सुपर मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल भेजे जाने के आवेदन पर सोमवार 24 को अदालत में सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान जेल प्रशासन ने संजीव सिंह की स्वास्थ्य संबंधी रिपोर्ट सौंपी. संजीव के अधिवक्ता मो जावेद ने बताया कि अदालत ने आदेश सुरक्षित रखा लिया है.
मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी ने भी की है अनुशंसा
अनुमान लगाया जा रहा है कि संजीव सिंह को बेहतर चिकित्सा मिल सकती है. इसके पहले 22 जुलाई को अदालत में एसएनएमएमसीएच एवं मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी धनबाद के कार्यालय से भी रिपोर्ट अदालत में पेश की गई थी. एसएनएमएमसीएच की रिपोर्ट में कहा गया था कि पूर्व में संजीव सिंह को बेहतर इलाज के लिए रिम्स रांची भेजे जाने की अनुशंसा की गई थी. हालांकि मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के कार्यालय की रिपोर्ट में बताया गया था कि संजीव सिंह की बीमारी का इलाज धनबाद के एशियन जालान व अशर्फी अस्पताल में उपलब्ध है.
अधिवक्ता ने जताई है अप्रिय स्थिति की आशंका
इस पर दलील देते हुए संजीव सिंह के अधिवक्ता मोहम्मद जावेद ने कहा था कि उनकी हालत अस्पताल में दिन-प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है. यदि समय पर ठीक ढंग से इलाज की सुविधा नहीं मिली तो किसी अप्रिय घटना से इनकार नहीं किया जा सकता. संजीव सिंह का कई दिनों से यूरिन डिस्चार्ज नहीं हो रहा है, उनका बीपी बढ़ा हुआ है. मानसिक स्थिति लगातार बिगड़ रही है, वह सभी बात भूल जा रहे हैं. ऐसी स्थिति में उन्हें अविलंब उनके खर्च पर ही सही, सुपर मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में भेजा जाना चाहिए.
अलकतरा घोटाले में तीन गवाहों को नोटिस
धनबाद : अलकतरा घोटाला कांड में सोमवार को सीबीआई की अदालत ने तीन गवाह को हाजिर होने के लिए समन जारी करने का आदेश दिया है. सीबीआई के विशेष अभियोजक चंदन सिंह ने विशेष न्यायाधीश रजनीकांत पाठक की अदालत में आवेदन देकर मामले के गवाह यू एन सतीश बाबू, मानिक विश्वास एवं सुब्रतो मिश्रा को गवाही हेतु समन जारी करने का अनुरोध किया है. सीबीआई ने इस मामले में एक भारतीय ब्रह्मानंद पांडे अशोक कुमार के विरुद्ध आरोप पत्र दायर किया था. 1 फरवरी 15 को तीनों के विरुद्ध आरोप तय होने के बाद सुनवाई शुरू हुई थी. इस दौरान सीबीआई ने 14 गवाहों का परीक्षण कराया था और अभियोजन साक्ष्य को बंद कर दिया था. परंतु बाद में सीबीआई ने मामले में जब्त कई इनवॉइस को साबित करने के लिए अदालत से प्रार्थना की थी कि उपरोक्त गवाहों को गवाही हेतु बुलाया जाए.
Leave a Reply