Dhanbad : झमाडा के मृत कर्मियों के आश्रितों को देख नगर आयुक्त सह प्रभारी झमाडा एमडी डर गए. गुरुवार 31 मार्च को नगर निगम के गेट पर महिलाओं और बच्चों के पहुंचते ही नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार के निर्देश पर कर्मियों ने गेट पर ताला जड़ दिया. अंदर जाने के दूसरे रास्ते को भी बंद कर दिया गया. नगर आयुक्त समेत सभी अधिकारी और कर्मियों ने को खुद को अपने-अपने कार्यालय में कैद कर लिया. गेट पर मौजूद दो महिला गार्ड भी डर से टैक्स काउंटर के पास छिप गई. बाहर प्रदर्शनकारी नगर आयुक्त मुर्दाबाद के नारे लगाते रहे. नारे लगाये जा रहे थे ‘आश्वासन की घुट्टी पिलाना बंद करो, यथाशीघ्र अनुकंपा पर नौकरी दो’.
इस बीच काम के लिए नगर निगम कार्यालय आने जाने वाले लोगों और मीडिया कर्मियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. करीब साढ़े तीन बजे तक धरना जारी रहा. इस बीच नगर आयुक्त की सूचना पर सदर थाना से भारी संख्या में महिला पुलिस पहुंची और धरना दे रही महिलाओं और बच्चों को समझा बुझा कर गेट से हटाया. निगम का कामकाज भी प्रभावित रहा. ज्ञात हो कि पिछले 38 दिनों से अनुकंपा पर नौकरी की मांग को लेकर धरना दे रहे झमाडा के मृत कर्मियों के आश्रितों ने पहले तो डीसी को ज्ञापन दिया. उसके बाद झमाडा कार्यालय पहुंचे. पता चला कि एमडी निगम में है, तो सभी धरनार्थी बच्चों और महिलाओं को लेकर निगम गेट के पास पहुंच गये.
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