Chandil: मकर संक्रांति के अवसर पर शुक्रवार को चांडिल के जयदा स्थित स्वर्णरेखा नदी में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई. स्वर्णरेखा नदी में श्रद्धालुओं ने डुबकी लगा कर जयदा स्थित प्रचीन शिव मंदिर में पूजा अर्चना की. मकर स्नान व पूजा अर्चना के बाद श्रद्धालुओं ने स्वर्णरेखा नदी तट पर गुड़-पीठा, दही-चूड़ा और तिलकुट खाकर मकर संक्रांति पर्व मनाया.
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नहीं आए बाहर से श्रद्धालु
मालूम हो कि मकर संक्रांति के दिन नदी में स्नान कर सूर्य को अर्घ्य देना अति फलदायक होता है. वही नदी से स्नान कर लौटते समय श्रद्धालु जरूरतमंदों को दान भी करते हैं. मान्यता है कि मकर संक्रांति के अवसर पर जयदा स्थित स्वर्णरेखा नदी में डुबकी लगा कर पूजा अर्चना करने से मन्नतें पूरी होती हैं. इस साल भी कोरोना महामारी के कारण मकर संक्रांति के अवसर पर चार दिवसीय मेला नहीं लगने के कारण जयदा शिव मंदिर में पूजा अर्चना करने के लिए पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, बिहार, रांची व जमशेदपुर से भी लोग नहीं पहुंचे. मकर संक्रांति के अवसर पर काशी, प्रयाग, वृंदावन से साधु-संत जयदा मंदिर पहुंचते थे, इस वर्ष वे भी नहीं आए.
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