दवाइयों पर लगेगी लगाम, QR कोड के बिना नहीं बिकेगी दवा
ग्रामीणों ने रखी मुआवजा और नौकरी की मांग
नगड़ी के निवासी एवं कांके सरना समिति के अध्यक्ष रंजीत टोप्पो ने कहा कि ग्रामीणों को भूमि का उचित मुआवजा और नौकरी मिलनी चाहिए. वहीं गांव के एक अन्य समूह ने भूमि देने से असहमति जताई. उनका कहना था कि सरकार कृषि योग्य भूमि पर किसी प्रकार का निर्माण कार्य न करे, क्योंकि यह भूमि उनकी आजीविका का प्रमुख स्रोत है. उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार बंजर भूमि पर रिम्स-2 का निर्माण करे. ग्रामीणों ने यह भी कहा कि वर्ष 2012 में दिशोम गुरु शिबू सोरेन स्वयं नगड़ी पहुंचे थे और इस भूमि को खेती के लिए ग्रामीणों को सौंपा गया था. उनका यह भी कहना था कि सरकार भूमि को बिरसा कृषि विश्वविद्यालय की बताती है, लेकिन 2012 से पहले तक उनके नाम पर जमीन की रसीदें कटती रही हैं.सीओ ने मांगे दस्तावेज
कांके अंचल अधिकारी (सीओ) ने सभी ग्रामीणों से कहा है कि वे अपनी जमीन से संबंधित कागजात अंचल कार्यालय में प्रस्तुत करें, ताकि रैयतों की पहचान कर उन्हें मुआवजा प्रदान किया जा सके. इस मौके पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेश सिन्हा सन्नी, शमीम बढ़ेहार, रंजीत टोप्पो, गौरी शंकर, मनीष महतो समेत अन्य लोग उपस्थित थे. इसे भी पढ़ें -झारखंड">https://lagatar.in/de-addiction-campaign-in-jharkhand-work-progressing-rapidly-on-the-initiative-of-the-chief-minister/">झारखंडमें नशामुक्ति अभियान: मुख्यमंत्री की पहल पर तेजी से काम