Jamshedpur : खाद्यान्न की कालाबाजारी और अनियमितता के बाद सील राज्य खाद्य निगम (एसएफसी) का बर्मामाइंस एवं साकची का गोदाम मंगलवार को मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में खोला गया. सबसे पहले गोदाम के बाहर और गोदाम के भीतर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया. उसके बाद खाद्यान्न वितरण की प्रक्रिया शुरू हुई. बर्मामाइंस गोदाम में छह और साकची गोदाम में 13 कैमरे लगाए गए हैं.
हर बोरे को किया गया वजन
बर्मामाइंस गोदाम से पहली डोर स्टेप डिलीवरी गाड़ी बिरसानगर के लिए शाम रवाना हुई. वाहन में खाद्यान्न लोड करने से पहले प्रत्येक बोरा का वजन किया गया. जिसे मौके पर मौजूद त्रिस्तरीय टीम ने दर्ज किया. मौके पर वरीय दंडाधिकारी के रूप में कार्यपालक दंडाधिकारी चंद्रेश्वर प्रसाद मौजूद थे. इनके अलावा कनीय दंडाधिकारी जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के टैक्स दारोगा डीके पांडे, छह शिक्षक और केस के अनुसंधान पदाधिकारी मौजूद थे. शाम 6:30 बजे तक टीम गोदाम में मौजूद थी। उसके बाद गोदाम को पुनः सील कर दिया गया. अगले दिन फिर सभी की मौजूदगी में सील खोलकर डोर स्टेप डिलीवरी शुरू की जाएगी.
साकची गोदाम में पूरा दिन सीसीटीवी लगाने में बीता
दूसरी ओर साकची गोदाम में आज दिन भर सीसीटीवी कैमरा लगाने में ही व्यतीत हो गया. वरीय दंडाधिकारी रविन्द्र गागराई ने बताया कि बुधवार से यहां से डोर स्टेप डिलीवरी के तहत खाद्यान्न का वितरण शुरू किया जाएगा. मंगलवार की देर शाम गोदाम को पुनः सील कर दिया गया.
गौरतलब है कि 2 माह पहले खाद्यान्न की बड़े पैमाने पर कालाबाजारी और अनियमितता पाए जाने के बाद मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में गोदाम को सील कर दिया गया था। चूंकि गोदाम में हजारों बोरा खाद्यान्न है. इसलिए जिला दंडाधिकारी के आदेश पर पुनः गोदाम को खोल कर खाद्यान्न का वितरण मंगलवार से शुरू किया गया.