Jamshedpur : आयरन, फोलिक एसिड और बिटामीन बी-12 युक्त फोर्टिफाइड राईस की आपूर्ति पीडीएस दुकानों के माध्यम से झारखंड में शुरू हो चुकी है. पूर्वी सिंहभूम के दो प्रखंडों चाकुलिया और धालभूमगढ़ में पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसका वितरण शुरू किया गया है. धीरे-धीरे यह सभी प्रखंडों में लागू होगा. इस चावल से कुपोषण, एनीमिया सहित कई बीमारियों की रोकथाम होती है. फोर्टिफाइड राइस दक्षिण भारत के केरल, आंध्रप्रदेश और गुजरात में मिल रहा है. वहां पीडीएस दुकानों के माध्यम से राशन कार्डधारियों को फोर्टिफाइड राइस की आपूर्ति की जाती है. इस संबंध में जिला आपूर्ति पदाधिकारी सह प्रभारी विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी राजीव रंजन ने बताया कि फोर्टिफाइड राइस या पोषणयुक्त खाद्य पदार्थ की आपूर्ति पहले से ही आंगनबाड़ी केन्द्रों में हो रही है, लेकिन इसका दायरा बढ़ाते हुए सरकार ने इसे सभी लाभुकों को देने का निर्णय लिया है. पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर झारखंड में यह योजना शुरू की गई है. पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया प्रखंड के तीन और धालभूमढ़ के एक राइस मिल को फोर्टिफाइड राइस की आपूर्ति की जिम्मेदारी दी गई है. मिलिंग के दौरान ही फोर्टिफाइड पदार्थ चावल में मिला दिया जाएगा. उक्त पदार्थ चावल धोने से भी नहीं हटेगा. इससे उसकी गुणवत्ता बरकरार रहेगी. धीरे-धीरे उक्त योजना जिले के सभी प्रखंडों में लागू की जाएगी.
क्या है फोर्टिफाइड राईस
फोर्टिफाइ़ड राइस पोषणयुक्त होता है. इसमें आयरन, विटामिन B-12, फॉलिक एसिड जैसे पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में होते हैं. पोषक तत्वों की भरपूर मात्रा की वजह से फोर्टिफाइड राइस की न्यूट्रीशनल वैल्यू भी काफी ज्यादा होती है. यानि इस चावल का सेवन करने वाले लोग कुपोषण का शिकार नहीं होंगे.