Palamu: चक्रवाती तूफान यास को लेकर जिला प्रशासन ने व्यापक तैयारी की है. उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी शशि रंजन ने इसको लेकर निर्देश जारी किया है. जिसके तहत तूफान से होनेवाली क्षति को लेकर पदाधिकारियों को व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए दिशा निर्देश दिए गये हैं. अपर समाहर्ता सह मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार पलामू सुरजीत सिंह ने शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली क्षति के मद्देनजर पदाधिकारियों को व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
इसे भी पढ़ें- वेदांता एक जून को स्वास्थ्य विभाग को सौंप देगा 100 बेड का अस्पताल
बैकअप और वैकल्पिक व्यवस्था का निर्देश
तूफान के दौरान कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज सुचारू रखने का निर्देश दिया गया है. जिसमें ऑक्सीजन को लेकर आवश्यक बैकअप रखने की बात कही गई है. साइक्लोन के दौरान निर्बाध बिजली आपूर्ति की व्यवस्था का भी प्रयास करने को कहा गया है. आकस्मिक कारणों से बिजली आपूर्ति प्रभावित होने की स्थिति में सभी अस्पताल बिजली के वैकल्पिक व्यवस्था को रखना सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने कार्यपालक अभियंता विद्युत आपूर्ति मेदिनीनगर तथा छतरपुर को निर्देश दिया है कि, साइक्लोन के फलस्वरूप विद्युत आपूर्ति बाधित होने की स्थिति में विद्युत आपूर्ति ससमय बहाल करें. जिससे पलामू वासियों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो. विद्युत आपूर्ति बाधित होने के फलस्वरूप पेयजल आपूर्ति बाधित होने की आशंका रहती है. जिसको देखते हुए उन्होंने कार्यपालक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल मेदनीनगर को निर्देश दिया है कि पेयजल आपूर्ति बाधित होने पर पेयजल आपूर्ति ससमय बहाल करना सुनिश्चित करें. वहीं साइक्लोन के फलस्वरुप दूरसंचार व्यवस्था प्रभावित होने की स्थिति में वैकल्पिक व्यवस्था जैसे सेटेलाइट फोन, वायरलेस कम्युनिकेशन इत्यादि सुनिश्चित करने का निर्देश टीडीएम दूरसंचार मेदिनीनगर पलामू को दिया गया है.
इसे भी पढ़ें- टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने किया किसानों के बीच बीज का वितरण
तेज हवा एवं अतिवृष्टि से नुकसान की आशंका
इसके अलावा तेज हवा एवं अतिवृष्टि के फल स्वरुप लोगों के घरों के भी नुकसान की आशंका है. लिहाजा प्रभावित क्षेत्रों में जरुरी शेल्टर कैम्प्स स्थापित कर लोगों को उसमें स्थानांतरित करने की कार्रवाई भी सुनिश्चित की जाएगी. इन सभी शेल्टर कैम्प्स में लोगों के रहने खाने-पीने इत्यादि की व्यवस्था की जाएगी. सड़कों पर पेड़ों के गिर जाने के फलस्वरूप आवागमन बाधित होने की स्थिति में आवागमन तत्काल बहाल करने के लिए जरुरी कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी. पलामू के अपर समाहर्ता सह मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार सुरजीत कुमार सिंह ने सभी अंचल अधिकारी को निर्देश दिया है कि, वे अपने क्षेत्र में संभावित साइक्लोन एवं वज्रपात के प्रति लोगों को जागरूक करें तथा आवश्यकता अनुसार शेल्टर कैंप के लिए स्थान का चयन कर लें.