संतोष वर्मा
CHIBASA : पश्चिमी सिंहभूम जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र में पड़ने वाले बालू घाटों पर बालू माफियाओं द्वारा धड़ल्ले से अवैध रूप से बालू उत्खन्न कर बाजार में पौने दामों में बच कर अपनी जेब भरने में लगें है, और सरकार की कई महत्वपूर्ण योजना सड़क निर्माण, पीएम आवास आदि बालू के अभाव में पूरी नहीं हो पा रही हैं.
इन मामलों को देखते हुए जिला खनन पदाधिकारी संजीव कुमार और जगन्नाथपुर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी प्रदीप उरांव के संयुक्त तत्वाधान में जगन्नाथपुर थाना क्षेत्र के जैतगढ़ ओपी के आस- पास पड़ने वाले बालू घाटों में बालू माफियाओं द्वारा हाईवा और ट्रैक्टरों के द्वारा किये जा रहें अवैध बालू उत्खनन के विरुद्ध सघन छापेमारी अभियान चलाया गया।
बिना नंबर वाला ट्रैक्टर जब्त
छापेमारी के क्रम में एक बिना नंबर के बालू लदा ट्रैक्टर को जब्त कर जैतगढ़ ओपी में रखा गया हैं, वहीं तुर्ली कांगिर नदी घाट में बालू लोड कर रहे दो जेसीबी मशीन को भी जब्त किया गया, तूर्ली बालू घाट में जब छापेमारी करने टीम पहुंची तो घटनास्थल पर दो ट्रैक्टर खड़ा था, और एक बालू लदा ट्रैक्टर को चालक ने पुलिस को देखकर ओड़िसा की ओर लेकर भाग गया।
जबकि दूसरा लोडिंग के लिए तैयार ट्रैक्टर को छापेमारी कर रहे दल ने जब्त कर लिया, दोनों जेसीबी और ट्रैक्टर को पुलिस लेकर जैत गढ़ ओपी में रखा गया हैं, जिला खनन पदाधिकारी संजीव कुमार ने बताया कि तुर्ली बालू घाट झारखंड ओड़िसा की सीमा पर है, प्रथम दृष्टया में दोनों लोडर मशीन और ट्रैक्टर झारखंड सीमा में बालू उत्खनन कर रहे थे,ओड़िसा घाट की जो लिज है उसमें भी मैनुअल लोडिंग का प्रावधान है.मशीन से लोडिंग वर्जित है.
मजदूरों को मिलेगा रोजगार
हर हाल में लोडर ऑपरेटर दोषी है,गूगल द्वारा सर्च करने पर भी लोडिंग झारखंड क्षेत्र में होने की जानकारी मिल रही है, सरजमीन का मुआयना करने और कागजात की पड़ताल के बाद नियम संगत कर्रवाई की जाएगी,वहीं दूसरी ओर प्रशासन की इस कदम से सीमावर्ती क्षेत्र में सक्रिय बालू माफियाओं में हड़कंप मच गयी है,अकसर ओडिसा के बालू लिज धारकों पर झारखंड क्षेत्र में घुस कर अवैध बालू उत्खनन करने का आरोप लगता आया है।नियमानुसार बालु घाटों में मजदूरों को रोजगार देने के उद्देश्य से कोई भी सरकार मजदूरों से बालू ढुलाई का काम करवाने से मजदूरों को रोजगार मिले.
पुलिस के हाथों से दूर है बालू माफिया
लेकिन नियम को ताख पर रख कर मशीन के द्वारा कार्य कराया जाता है।वहीं दूसरी ओर देखा जाये तो अब तक कई बार बालू घाटों में छापेमारी अभियान चलाया जा चुका हैं ,लेकिन अवैध रूप से बालू का कारोबार करने वाले बालू माफियाओं तक पुलिस पहुंच नहीं पायी है और ना ही माईनिंग विभाग, अब इसकी वजह किया है यह तो माईनिंग विभाग या पुलिस विभाग ही बता पायेगी.