LagatarDesk : बढ़ती गर्मी ने लोगों की परेशानी बढ़ी दी है. देश के कई शहरों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार जा चुका है. ऐसे में प्यास भी ज्यादा लगती है. हालांकि जरुरत से ज्यादा पानी पीना शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है. कई मेडिकल शोध में यह बात सामने आ चुकी है. अगर आपको जरूरत से ज्यादा प्यास लगती है या फिर आप बार-बार पानी पीते हैं तो ये किसी गंभीर बीमारी के लक्षण हो सकते हैं. (हेल्थ की अन्य खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
हेल्दी इंसान को 2-3 लीटर पीना चाहिए पानी
शोध के अनुसार, हेल्दी इंसान को एक दिन में 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए. इतना पानी सेहत के लिए फायदेमंद होता है. वहीं अगर आप धूप में हैं तो अतिरिक्त 0.5 से 1 लीटर पानी का सेवन कर सकते हैं. लेकिन इससे अधिक पानी पीने से इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन भी हो सकता है. जो समस्याओं का कारण बन सकता है.
ओवरहाइड्रेशन से किडनी और हार्ट पर पड़ता है बुरा असर
एक्सपर्ट की मानें तो ज्यादा पानी पीने से आपकी बॉडी ओवर हाइड्रेट हो जाती है. जो सेहत के लिए नुकसानदेह है. ओवरहाइड्रेशन के कारण शरीर में इलेक्ट्रोलाइट लेवल गिर सकता है. इलेक्ट्रोलाइट के घटने से पोटाशियम, सोडियम और मैग्नीशियम की कमी होती है. जिससे किडनी और हार्ट पर बुरा असर पड़ता है.
डायबिटीज के कारण भी लगती है बार-बार प्यास
बार-बार प्यास लगना डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं. डायबिटीज की वजह से खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है. जिसे किडनी आसानी से छान नहीं पाती. यही शुगर यूरिन के साथ बाहर निकलती रहती है. इसकी वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है. जिससे बार-बार प्यास लगती है.
पानी पीने से वजन बढ़ने का भी होता है खतरा
मोटापा आज के समय में मुख्य समस्या बन गयी है. शरीर में एकस्ट्रा फैट जमा हो जाता है. अगर आप जरूरत से ज्यादा पानी पीते हैं, तो किडनी पूरे पानी को शरीर से बाहर निकाल नहीं पाता है. बचा हुआ पानी शरीर में इलेक्ट्रोलाइट का बैलेंस बिगाड़ता है. इससे पानी शरीर में जमा हो जाता है और आपका वजन बढ़ जाता है. अगर आपको रोज ज्यादा पानी पीने की आदत है, तो मोटापे की समस्या हो सकती है.
एंग्जायटी होने पर भी लगती है प्यास
धड़कन का बढ़ जाना, बेचैनी और घबराहट महसूस होने को एंग्जायटी कहते हैं. इसमें आपका मुंह भी सूखने लगता है. कुछ एंजाइम आपके मुंह में बनने वाली लार की मात्रा में भी कमी कर देते हैं. इन वजहों से आपको ज्यादा प्यास लगती है.
ज्यादा पानी से दिमाग में हो सकती है सूजन
शोध का माने तो शरीर में ज्यादा मात्रा में पानी हो जाने पर सोडियम का लेवल तेजी से कम होने लगता है. सोडियम का स्तर घटने से मस्तिष्क में सूजन हो सकती है. सोडियम कम होने से हाइपोट्रिमिया का खतरा भी बढ़ जाता है. सोडियम एक तरह का इलेक्ट्रोलाइट है, जो हमारे शरीर में पानी की मात्रा को नियंत्रित करता है.
मधुमेह रोगियों को नहीं पीना चाहिए ओआरएस घोल
जब आप धूप में जाते हैं तो इलेक्ट्रोलाइट से भरपूर तरल पदार्थ लेना एक बेहतर विकल्प है. एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए दो से तीन ग्लास शिकंजी या ओआरएस घोल पीने में कोई समस्या नहीं है. लेकिन मधुमेह रोगियों को ओआरएस के घोल से बचना चाहिए क्योंकि उनमें चीनी की मात्रा अधिक होती है. गुर्दे या हृदय रोग वाले व्यीक्तियों को पानी अधिक मात्रा में नहीं लेना चाहिए. क्योंकि इससे पैरों, पेट और छाती में द्रव जमा हो सकता है. जिससे सांस लेने में कठिनाई हो सकती है. ऐसे लोगों को डॉक्टर से सलाह लेने के बाद पानी का सेवन करना चाहिए.