Ranchi: भाजपा विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने सदन में कहा कि सरकारी मेडिकल कॉलेज से पढ़ने वाले डॉक्टरों को 5 साल के लिए राज्य में ही रखा जाए, उन्हें बाहर जाने नहीं दिया जाए. क्योंकि सरकारी खर्च पर पड़ने वाले डॉक्टर पढ़ाई पूरी करने के बाद तुरंत निजी अस्पतालों में राज्य और राज्य के बाहर चले जाते हैं, इससे हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था प्रभावित होती है. इसलिए सरकार ऐसी व्यवस्था करें कि सरकारी मेडिकल कॉलेज से पढ़ने वाले डॉक्टर कम से कम राज्य के सरकारी अस्पतालों में 5 साल तक सेवा दे सकें इससे हमारी स्वास्थ्य व्यवस्था मजबूत होगी.
रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि पिछले वर्ष के बजट में सरकार ने स्वार्थ को लेकर जो जो घोषणा ही की थी वह एक भी पूरी नहीं हुई यह सरकार महज घोषणाओं की सरकार रह गई है उन्होंने कहा कि आए दिन सरकारी अस्पतालों में दवा की कमी की खबरें आती रहती हैं इसलिए सरकार 1-2-3 महीना के लिए दवा नहीं खरीदें बल्कि दवा की आपूर्ति और खरीदारी कम से कम 6 महीना 1 साल के लिए करें ताकि दवा की कमी ना हो सके उन्होंने कहा कि पलामू क्षेत्र में हमारे समय में सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में डॉक्टर रखे गए थे मगर इनकी सरकार आने के बाद पलामू प्रमंडल में सरकारी अस्पतालों में लगभग डॉक्टर नहीं के बराबर है इससे पलामू प्रमंडल में सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है.
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स्वास्थ्य मंत्री का स्वास्थ्य छोड़कर पूरे स्वास्थ्य खराब है – भानू
वहीं बीजेपी विधायक भानू प्रताप शाही ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के स्वास्थ्य को छोड़कर पूरे विभाग स्वास्थ्य ठीक नहीं है. पूरा बजट पुराने साल के बजट का कॉपी है. कोमा, फुल स्टॉप भी नहीं हटाया गया है, सबसे घटिया बजट है.
भानू ने कहा कि मंत्री जी के विधानसभा क्षेत्र में एमजीएम अस्पताल में सर्दी-खांसी तक की दवा नहीं है. मंत्री जी के एरिया के 90 फीसदी अस्पतालों में आयुष्मान मरीजों इलाज नहीं हो रहा है. पूरे राज्य में डॉक्टर के पद रिक्त हैं, मगर बहाली नहीं हुई, क्योंकि सरकार के पास कोई नियोजन नीति ही नहीं है.
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