Koderma / Ranchi : सेन्टर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन(सीटू) ने केंद्र सरकार की मजदूर विरोधी नीति और झारखंड के अफसरों की कारपोरेट परस्त रवैये के खिलाफ रांची में विशाल प्रदर्शन किया. 14 सूत्री मांगों को लेकर रांची स्थित झारखंड श्रम भवन के सामने विशाल प्रदर्शन किया गया. इसमें कोडरमा जिला से दर्जनों कार्यकर्ता समेत राज्य भर से 3000 से ज्यादा मजदूर कर्मचारी शामिल हुए. श्रम भवन पर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए कोडरमा जिला के मजदूर नेता और सीटू के राज्य सचिव संजय पासवान ने कहा कि आज जनता के साथ-साथ देश की स्थिति चिंताजनक एवं गंभीर है. इसके लिए केंद्र सरकार की मौजूदा नीतियां जिम्मेदार है. यह न केवल मजदूर विरोधी, किसान विरोधी है बल्कि जनविरोधी भी है.
इसे भी पढ़ें :किरीबुरु : नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में पुलिस को मजबूत करना होगा सूचना तंत्र
मोदी सरकार की नीतियां विनाशकारी- संजय पासवान
संजय पासवान ने कहा कि ये नीतियां न केवल हमारी राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था बल्कि, हमारे देश की एकता और अखंडता के लिए भी विनाशकारी साबित हुई है. मोदी सरकार की नीतियों के चलते आज देश की मेहनतकश जनता बेरोजगारी एवं महंगाई से जूझ रही है. झारखंड में कारपोरेट पक्षीय नौकरशाहों के मजदूर विरोधी रवैये के कारण, ट्रेड यूनियनों का पंजीकरण और पुन: पंजीकरण की प्रक्रिया विभाग की लालफीताशाही का शिकार हो गया. कामकाजी मजदूरों की बिगड़ती स्थिति के बावजूद सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने की व्यवस्था नगण्य है. कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मजदूरों को नहीं मिल रहा है.
श्रम कानूनों का सरेआम उल्लंघन- संजय पासवान
सीटू नेता संजय पासवान ने कहा कि श्रम कानूनों का सरेआम उल्लंघन हो रहा है. साथ-साथ पीड़ित मजदूरों को न्याय पाने की प्रक्रिया जटिल बना दिया गया है. राज्य का श्रम विभाग भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है. सभा को आंगनबाड़ी यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष मीरा देवी ने भी संबोधित किया. प्रदर्शन का नेतृत्व सीटू झारखंड के महासचिव विश्वजीत देव, अपर महासचिव आर पी सिहं, कार्यकारी अध्यक्ष भवन सिहं, वरीय उपाध्यक्ष प्रकाश विप्लव, पूर्व विधायक अरूप चटर्जी, कोषाध्यक्ष अनिर्वान बोस ने किया.
इसे भी पढ़ें :मॉडल लव जिहाद मामला: सदर अस्पताल में हुआ मॉडल का मेडिकल टेस्ट