Ranchi : राज्य का पहला सोलर सिटी गिरिडीह जिले में बनाया जाएगा. बीते दिनों मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गिरिडीह में सोलर सिटी बनाने की अनुमति दी थी. इसे बनाने के लिए 191 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जाएगी. इसके लिए पहले डीपीआर बनाया जाएगा. डीपीआर बनाने का काम मेसर्स एर्नेस्ट एंड यंग कंपनी को दिया गया है. मेसर्स एर्नेस्ट एंड यंग कंपनी अगले तीन माह में डीपीआर बनाने का काम पूरा करेगी. यह जानकारी गिरीडीह विधायक सुदिव्य कुमार ने दी है. इसके लिए मंगलवार को विधायक ने जेरेडा निदेशक केके वर्मा से मुलाकात की. मुलाकात के बाद विधायक को जानकारी दी गयी कि जेरेडा निदेशक ने ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव को लिखा है. पत्र में जेरेडा निदेशक ने नवीन व नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) के सोलर सिटी स्कीम के तहत गिरिडीह शहर का टेक्नीकल असिस्टेंस कराने और संबंधित रिकॉर्ड तैयार कराने की बात कही है.
इसे भी पढ़ें-आईएसएम-आईआईटी में एक दिसंबर से कैंपस सेलेक्शन
डीपीआर बनाने के लिए मेसर्स एर्नेस्ट एंड यंग कंपनी ने दी है सहमति पत्र में जेरेडा निदेशक ने बताया है कि वर्ल्ड बैंक के सहयोग से झारखंड में रूपटॉप सोलर फेज-2 के तहत सोलर सिटी बनाने का काम किया जाना है. डीपीआर बनाने के लिए मेसर्स एर्नेस्ट एंड यंग कंपनी ने सहमति दी है.
सोलर सिटी बनाने के लिए खर्च होंगे 190.95 करोड़ रुपये
बता दें कि गिरिडीह शहर जल्द ही सोलर सिटी के रूप में विकसित होगा. इसमें कुल 190.95 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे. इसमें 40 % राशि केंद्र सरकार और 60% राशि राज्य सरकार खर्च करेगी. राज्य सरकार की ओर से पहले चरण में 80.75 करोड़ रुपये खर्च करने की स्वीकृति दे दी गयी है. इस योजना को धरातल पर उतारने के लिए बिना बैटरी के सोलर रूफ टॉप पावर प्लांट की स्थापना की जाएगी. योजना के लिए राज्य सरकार की ओर से 3.75 करोड़ रुपए जेरेडा को अनुदान उपलब्ध कराया जाएगा. सोलर सिटी को लेकर बीते दिनों झारखंड सरकार ने एक फॉर्मेट जारी किया था.
इसे भी पढ़ें-…जब पटना की सड़कों पर जीप चलाते दिखे लालू प्रसाद यादव