Hazaribag : जिले के केरेडारी प्रखंड स्थित लोचर गांव में सूखा धान की खेती शुरू की गई है. इस विधि से धान रोपाई करने से डेढ़ गुना अधिक धान की पैदावार होती है. वहीं इसमें अत्यधिक पानी की आवश्यकता भी नहीं होती है. साथ ही कम खर्च में धान लगाना संभव हो पाता है. ऐसे में अधिक मजदूरों की भी आवश्यकता नहीं होती है. इस विधि से धान की बुआई सूखे खेत में ही की जाती है. इसके बीज की दूरी नौ इंच होती है.
सूखा धान की खेती से किसान संतुष्ट
लोचर गांव के किसान सुखदेव महतो ने बताया कि वर्ष 2018 से इस विधि का प्रयोग कर धान का उत्पादन कर रहे हैं. इस विधि से खेती कर धान की पैदावार से वे काफी संतुष्ट हैं. उन्हें इस तरह की खेती की जानकारी वर्ष 2012 में इचाक में मानव विकास संस्था की ओर से आयोजित प्रशिक्षण में मिली थी. उसके बाद वर्ष 2019 में रांची जिले के तमाड़ व बुंडू में औद्योगिकी विभाग की ओर से आयोजित शिविर में भी प्रशिक्षण में भी इस तरह की धान की खेती के टिप्स मिले थे. साथ ही इसी वर्ष गुमला के सिसई में भी प्रशिक्षण लिया. इन सभी प्रशिक्षण के बाद अपने गांव लोचर में भी धान की खेती शुरू की. इसका सुखद नतीजा भी देखने को मिल रहा है.
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