Ahmedabad : गुजरात के राजकोट और जामनगर में भारी बारिश के कारण त्राहिमाम है. जिंदगी पर संकट छाया है. सड़कों पर सैलाब के बीच कारें बह रही हैं, घर-मकान डूब गये हैं. जामनगर जिले में 18 बांध ओवरफ्लो हो जाने के कारण कई गांवों को अलर्ट किया गया है. एनडीआरएफ की 6 टीमें और वायुसेना के 4 हेलिकॉप्टर रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे हैं, जिससे बाढ़ में फंसे लोगों को सुरक्षित निकाला जा सके. गृहमंत्री अमित शाह और नये मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल के बीच बातचीत के बाद दिल्ली और पंजाब से NDRF की 5 टीमों को जामनगर भेजा जा रहा है.
सीएम भूपेंद्र पटेल ने चीफ सेक्रेटरी के साथ मीटिंग की
पद संभालने के बाद सीएम भूपेंद्र पटेल ने पहली मीटिंग की. मीटिंग में राज्य के चीफ सेक्रेटरी और दूसरे अधिकारियों के साथ भूपेंद्र पटेल ने जामनगर और राजकोट में आयी भारी बारिश के हालात पर चर्चा की. राहत एवं बचाव के इंतजाम कैसे हों, इस पर भी मीटिंग में मंथन किया गया. सूत्रों के अनुसार जामनगर में अब तक 35 गांवों से संपर्क नहीं हो पाया है. जलजमाव की वजह से गांव के ज़्यादातर लोग घर की छतों पर मदद का इंतजार कर रहे हैं.
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बारिश के कारण तीन लोगों की मौत
खबर है कि गुजरात में भारी बारिश के कारण अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है. सौराष्ट्र में कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. एनडीआरएफ, एसडीआरएफ भी राहत एवं बचाव कार्यों में लगी हुई है. एनडीआरएफ द्वारा जामनगर के कालावाड में 31 लोगों की जान बचाये जाने की सूचना है. इसके अलावा राजकोट का भी हाल भी बेहाल है. जिला कलेक्टर ने मूसलाधार बारिश के कारण स्कूल और कॉलेजों में एक दिन की छुट्टी कर दी है. प्रभावित लोगों की मदद के लिए प्रशासन हर जतन कर रहा है.
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मछुआरों को समंदर किनारे ना जाने की सलाह
अमरेली मौसम विभाग की ओर से बारिश के अलर्ट के बाद मछुआरों को समंदर किनारे ना जाने की सलाह दी गयी है. समंदर में गये 600 मछुआरों को वापस बुलाया गया है.