Dumka : जरमुंडी उच्च विद्यालय में चाइल्डलाइन 1098 ने 12 नवंबर को ओपन हाउस कार्यक्रम का आयोजन किया. कार्यक्रम में बाल कल्याण समिति के चेयरपर्सन अमरेंद्र कुमार यादव, जरमुंडी उच्च विद्यालय के प्राचार्य, शिक्षक एवं दो सौ बच्चों ने भाग लिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चेयरपर्सन ने कहा कि बाल विवाह मुक्त दुमका तभी साकार होगा जब इसमें आम जनता के साथ-साथ बच्चे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगे. बाल विवाह बच्चे के अधिकारों का हनन है. इससे बच्चों का विकास अवरुद्ध होता है. उनके शिक्षा और स्वास्थ्य पर भी प्रतिकुल प्रभाव प़ड़ता है. बाल विवाह कानूनी अपराध है. बाल विवाह निषेध अधिनियम 2006 के तहत बाल विवाह करने अथवा बाल विवाह में सहयोग करने वाले व्यक्ति को 2 वर्ष की सजा तथा 1 लाख रुपए तक जुर्माना का प्रावधान है. उन्होंने बाल श्रम, बाल यौन उत्पीड़न पर भी प्रकाश डाला.
प्राचार्य प्रमोद कुमार मंडल ने कहा कि बच्चे चाइल्डलाइन 1098, बाल कल्याण समिति, ग्रामीण बाल संरक्षण समिति तथा पुलिस के जरिए अपनी समस्याओं को साझा कर सकते हैं. अपने विद्यालय के शिक्षकों को भी समस्याएं बता सकते हैं.
चाइल्डलाइन 1098 के जिला समन्वयक मुकेश दुबे ने कहा कि महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से समेकित बाल संरक्षण योजना के तहत चाइल्डलाइन इंडिया फाउंडेशन चलाया जा रहा है. जिसका निशुल्क सहायता फोन नंबर 1098 है. चाइल्डलाइन टीम के सदस्य निक्कू कुमार ने कहा कि बाल विवाह, बाल मजदूरी, बाल उत्पीड़न, बाल तस्करी जैसे मामलो पर चाइल्डलाइन की टीम जिला प्रशासन के साथ मिलकर कार्य कर रही है. बच्चो से संबंधित किसी प्रकार की सहायता के लिए 1098 फोन नंबर पर डायल कर सहायता प्राप्त की जा सकती है. सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाती है.
एक्शन एड के जिला समन्वयक नरेंद्र शर्मा ने बाल विवाह के मुद्दे पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के ताजा आंकड़े के अनुसार बाल विवाह के मामले में झारखंड पहले स्थान पर तथा दुमका जिला छठे स्थान पर है. बाल विवाह को खत्म करने के लिए मिल जुलकर कार्य करना पड़ेगा. कार्यक्रम में दो सौ से ज्यादा बच्चों ने भाग लिया. मौके पर राधा रमन तिवारी, इबनुल हसन, निशा कुमारी, सनातन मुर्मू समेत अन्य उपस्थित थे.
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