Ranchi : डीवीसी कर्मचारी अब कैशलेस इलाज का लाभ ले सकते हैं. इसके लिये डीवीसी प्रबंधन की ओर से आदेश जारी किया गया है. जिसमें देशभर के अस्पतालों के साथ, राज्य के अस्पताल भी शामिल हैं. इसमें राज्य के पांच अस्पताल और देशभर के 40 अस्पताल शामिल हैं. इस सुविधा का लाभ डीवीसी के सभी कर्मचारी और अधिकारी ले सकते हैं. वहीं सेवानिवृत्त कर्मचारी भी इसका लाभ ले सकते हैं. प्रबंधन की ओर से सभी अस्पतालों में इसकी सूचना दी गयी है. इस योजना का लाभ डीवीसी के लगभग 17 लाख 50 हजार कर्मियों को मिल सकता है. जिसमें 10 लाख रिटार्यड कर्मचारी हैं. वहीं लगभग 17 लाख 50 हजार कार्यरत कर्मी और अधिकारी हैं. इस आदेश में कुछ शर्तों के साथ परिजनों को भी शामिल किया गया है. विशेष परिस्थिति में 20 लाख तक का प्रावधान है.
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इन अस्पतालों के लिए है सुविधा
कैशलेस इलाज के लिए धनबाद का एशियन जलाना अस्पताल, एचजेडबी आरोग्यम जमशेदपुर, मेदांता रांची, बोकारो जनरल अस्पताल, मिशन अस्पताल दुर्गापुर, सीएमसी वेल्लोर, आमरी कोलकाता, फॉर्टिस कोलकाता, मैक्स नई दिल्ली, मेडिका कोलकाता, जेपी अस्पताल नोएडा, सेमफोर्ड रांची, टाटा मेडिकल सेंटर कोलकाता, रुबी जनरल अस्पताल कोलकाता, पीयरलेस कोलकाता, केएम मेमोरियल अस्पताल बोकारो, फोर्ड अस्पताल पटना, बीपी पोद्दार अस्पताल कोलकाता, मेडिका कोलकाता, डीइएसएलएन अस्पताल कोलकाता, पार्वती देवी अस्पताल अमृतसर, कोलकाता मेडिकल रिसर्च सेंटर, रुबान अस्पताल पटना, बीएम बिरला एचआरसी कोलकाता, अपोलो कोलकाता, दिशा आई केयर सेंटर बैरकपुर, सीएएमआरआई वर्तमान, विवेकानंद अस्पताल दुर्गापुर, सुश्रुत आई फाउंडेशन कोलकाता, इंस्टिट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंसेज कोलकाता, चरनोक अस्पताल कोलकाता, महाराजा अग्रसेन अस्पताल नई दिल्ली, गौरी देवी अस्पताल दुर्गापुर, आइक्यू सिटी नारायणा मल्टी स्पेशलिस्ट दुर्गापुर शामिल है.
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