Jamshedpur : पूर्वी सिंहभूम जिले के सामाजिक सुरक्षा पेंशन भोगियों की उम्मीदों पर एक बार फिर पानी फिर गया है. चार माह से उन्हें पेंशन नहीं मिली है. इसके कारण उनकी छठ-दीवाली के बाद अब मकर-टुसू पर्व सूखा ही रहेगा. पर्व मनाने की उनकी आस अधूरी रह गई. जिले में लगभग 1.31 लाख पेंशनधारी हैं. इस संबंध में पूछे जाने पर सामाजिक सुरक्षा विभाग के सहायक निदेशक अमरेन्द्र कुमार ने बताया कि आवंटन उपलब्ध नहीं होने के कारण भुगतान लंबित है. हालांकि उन्होंने बताया कि अब सभी पेंशनभोगियों के खाते में पेंशन मद की राशि का भुगतान सेंट्रलाईज्ड किया जाना है. इसके कारण विलंब हो रहा है. एक बार प्रक्रिया शुरू होने पर विलंब की समस्या दूर हो जाएगी.
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ग्रामीण क्षेत्र के बुजुर्गों की परेशानी बढ़ी
पोटका-11 की जिला परिषद सदस्य प्रतिमा रानी मंडल ने बताया कि जिले में अधिकांश लोग वृद्धा पेंशन के लाभुक हैं. इसमें ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र से आते हैं. अल्प पेंशन राशि से ही उनके खाने-पीने के अलावे दवा आदि का इंतजाम होता है. लेकिन चार माह से पेंशन नहीं मिलने के कारण उनकी आर्थिक स्थिति काफी दयनीय हो गई है. अक्टूबर में छठ और दीपावली सभी की फीकी रही. अधिकारियों ने उम्मीद बंधाई की नवम्बर-दिसंबर में भुगतान कर दिया जाएगा. लेकिन नया वर्ष 2022 आ गया. अभी तक भुगतान की कोई सुगबुगाहट नहीं है. इससे लगता है कि झारखंड का प्रसिद्ध पर्व मकर और टुसू भी फीका ही रहेगा.
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बैंक, ब्लॉक एवं जिला मुख्यालय का चक्कर लगाने को विवश हैं लाभुक
पूर्व पार्षद करूणामय मंडल ने बताया कि कई लाभुक पेंशन की आस में बैंक जाते हैं. वहां से उन्हें प्रखंड कार्यालय भेज दिया जाता है. प्रखंड कार्यालय का चक्कर लगाने के बाद मायूष लाभुक जिला मुख्यालय का भी चक्कर लगाते हैं. लेकिन सभी जगह से उन्हें निराशा हाथ लगती है. उन्होंने कहा कि पोटका के कई लाभुकों को लेकर वे स्वयं प्रखंड एवं जिला मुख्यालय गई थीं. वहां से आवंटन नहीं होने की बात कहकर लौटा दिया गया.
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पूर्वी सिंहभूम जिले में 1 लाख 31 हजार 378 पेंशनधारी हैं
सामाजिक सुरक्षा के अंतर्गत विभिन्न योजनाओं के तहत जिले में पेंशनधारियों की संख्या 1 लाख, 31 हजार, 378 है. इसमें इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत 56374 लाभुक व इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेशन योजना के तहत 10754 हैं. इसी तरह इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विकलांग योजना के तहत 719, मुख्यमंत्री राज्य वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत 30976, मुख्यमंत्री राज्य निराश्रित महिला सम्मान पेंशन योजना के तहत 16197, मुख्यमंत्री आदिम जनजाति पेंशन योजना के तहत 5323 हैं.