Chaibasa (Sukesh kumar) : पश्चिम सिंहभूम के टोकलो गांव निवासी सुमित्रा कुम्हार (15) पिछले आठ साल से अपने इलाज का इंतजार कर रही थी. मंगलवार को आखिकार उसके घर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची. दैनिक अखबार शुभम संदेश व लागातार न्यूज में ‘बेटी के इलाज के लिए दर-दर भटक रहे पिता’ नामक शीर्षक से खबर प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया. उपायुक्त अन्नय मित्तल ने सिविल सर्जन डॉ साहिल पॉल को अविलंब इस पर रिपोर्ट देने का आदेश दिया. जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आई और तुरंत ही टोकलो गांव स्थिति सुमित्रा कुम्हार के आवास पहुंची. वहां जाकर वस्तुस्थिति को जाना. जिसके बाद सारे कागजात को जांच कर आगे की प्रकिया आरंभ कर दिया गया. मौके पर डब्ल्यूएचओ की टीम भी सर्वे के लिए पहुंची थी. गहनता से जांच करने के बाद रिपोर्ट तैयार किया गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम मंगलवार को दोपहर 1 बजे पहुंची. जिसमें अधिकारी के साथ डॉक्टर व नर्स थे.
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शरीर का 50 प्रतिशत भाग काम करना हुआ बंद
टोकलो गांव स्थिति सुमित्रा कुम्हार पिछले आठ साल से इलाज के इंतजार में थी, लेकिन अब उसे आश जगी है. मालूम हो की सुमित्रा कुम्हार आठ साल तक पुरी तरह से सामान्य बच्ची की तरह जीवन यापन कर रही थी. इसके बाद धीरे-धीरे पूरा शरीर कमजोर हो गया. उसके बाद एक दिन उसे लकवा मार गया और कमर से नीचे शरीर सुन्न हो गया.
नि:शुल्क चिकित्सा शिविर में मिली जानकारी
नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शुभम संदेश व सूर्या नर्सिंग होम के तत्वावधान में आयोजित नि:शुल्क चिकित्सा शिविर में टोकलो गांव के चेतन कुम्हार अपनी 15 वर्षीय बच्ची को इलाज के लिए लेकर पहुंचे थे. वहां डॉक्टरों ने जांच कर ठीक होने की संभवना जाहिर की. मामले को गंभीरता से लेते हुये शुभम संदेश की टीम उसके घर पहुंची और उससे सम्बंधित खबर को छापा. आर्थिक स्थिति से कमजोर चेतन कुम्हार अपनी बेटी का इलाज कराने में असमर्थ थे, जिस कारण उन्होंने सरकारी तंत्र से इलाज कराने की गुहार लगाईं थी.
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पश्चिम सिंहभूम के डालसा से भी मिलेगा सहयोग
इधर, जब पश्चिम सिंहभूम डालसा के सचिव सह न्यायाधीश राजीव कुमार सिंह को इस मामले की जानकारी मिली तो उन्होंने मामले को गंभीरता से लिया. उन्होंने कहा कि रिम्स में इसका इलाज संभव है. सरकारी तंत्र से इलाज किया जाएगा. यादि झारखंड में इलाज नहीं होता है तो बच्ची को बाहर भेजा जायेगा.
शुभम संदेश की पहल सराहनीय : उपायुक्त
उपायुक्त अनन्य मित्तल ने लगातार न्यूज व दैनिक अखबार शुभम संदेश में प्रकाशित खबर पर विश्वास जताया और कहा कि जिस तरह से नक्सल प्रभावित क्षेत्र में जाकर शिविर लगाया गया था व एक सराहनीय कदम है. हर अखबार को समाजिक दायित्व के तहत इस तरह का आयोजन दूर दराज क्षेत्र में करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बच्ची का इलाज सरकारी तंत्र से होगा. इसे लेकर सिविल सर्जन को आदेश दिया गया है. दो दिनों के अंदर रिपोर्ट तैयार हो जायेगी. मंगलवार को बच्ची के घर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची थी.
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स्वास्थ्य विभाग की टीम ने घर पहुंचकर तैयार की रिपोर्ट
पश्चिम सिंहभूम के सिविल सर्जन डॉ साहिल पॉल ने कहा कि दैनिक अखबार शुभम संदेश व लागतार न्यूज में खबर प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम बच्ची के घर पहुंची. जहां बच्ची के पिता चेतन कुम्हार से सारे कागजात लिए गए हैं. विभाग से हर सुविधा मुहैया कराई जाएगी. यह मामला गंभीर है.
स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची, हमें हर्ष
इधर, बच्ची सुमित्रा कुम्हार के पिता चेतन कुम्हार ने कहा कि मेरी बेटी का इलाज हो रहा है इससे बड़ी खुशी उनके जीवन में कुछ नहीं है. अखबार में समाचार प्रकाशित होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम उनके घर पहुंची थी. सारे कागजात लेकर आगे की प्रक्रिया आरंभ करने की बात कहकर टीम चली गई है. उन्होंने उम्मीद जताई है कि जल्द ही उनकी बेटी का इलाज शुरू हो जाएगा.
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