सेंसेक्स की टॉप 10 कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 1.93 लाख करोड़ घटा
LagatarDesk : भारतीय शेयर बाजार में बीते दो सप्ताह से गिरावट देखने को मिल रही है. पिछले सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 1,614.82 अंक या 2.46 प्रतिशत नीचे आया. शेयर बाजार बिकवाली का काफी असर पड़ रहा है. एक तरफ जहां सेंसेक्स की सभी टॉप 10 कंपनियों का मार्केट कैप घटा है. वहीं दूसरी तरफ एफपीआई ने अक्टूबर में अबतक शेयरों से 20,300 करोड़ रुपये निकाले हैं. हालांकि बॉन्ड में विदेशी निवेशकों को 6,080 करोड़ का निवेश भी किया है.
टीसीएस और एचडीएफसी बैंक को हुआ सबसे ज्यादा नुकसान
बता दें कि सेंसेक्स की टॉप 10 कंपनियों के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते सप्ताह सामूहिक रूप से 1,93,181.15 करोड़ की गिरावट आयी. शेयर बाजारों में कमजोर रुख के बीच सबसे अधिक नुकसान टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) और एचडीएफसी बैंक को हुआ. समीक्षाधीन सप्ताह में टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 52,580.57 करोड़ घटकर 12,25,983.46 करोड़ पर आ गया. वहीं एचडीएफसी बैंक की बाजार हैसियत 40,562.71 करोड़ घटकर 11,14,185.78 करोड़ रह गयी. रिलायंस इंडस्ट्रीज के बाजार मूल्यांकन में 22,935.65 करोड़ की गिरावट आयी और यह 15,32,595.88 करोड़ रह गया.
इन कंपनियों की बाजार हैसियत में आयी गिरावट
इंफोसिस का मूल्यांकन 19,320.04 करोड़ घटकर 5,73,022.78 करोड़ रह गया. भारती एयरटेल की बाजार हैसियत 17,161.01 करोड़ के नुकसान के साथ 5,13,735.07 करोड़ रह गयी. बजाज फाइनेंस का मूल्यांकन 15,759.95 करोड़ घटकर 4,54,814.95 करोड़ पर आ गया. वहीं आईसीआईसीआई बैंक की बाजार हैसियत में 13,827.73 करोड़ रुपये की गिरावट आयी और यह 6,39,292.94 करोड़ हो गया. आईटीसी का भी मार्केट कैप 5,900.49 करोड़ के नुकसान के साथ 5,40,637.34 करोड़ रह गयी.
टॉप 10 कंपनियों की लिस्ट में रिलायंस पहले स्थान पर कायम
हिंदुस्तान यूनिलीवर के बाजार पूंजीकरण में 3,124.96 करोड़ की गिरावट आयी और यह 5,83,098.06 करोड़ रुपये पर आ गया. भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की बाजार हैसियत 2,008.04 करोड़ घटकर 5,00,670.73 करोड़ रह गयी. बाजार में आयी बिकवाली और मार्केट कैप में आयी गिरावच के बाद भी टॉप 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर कायम रही. उसके बाद क्रमश: टीसीएस, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, इन्फोसिस, आईटीसी, भारती एयरटेल, एसबीआई और बजाज फाइनेंस का स्थान रहा.
एफपीआई ने अक्टूबर में अबतक शेयरों से 20,300 करोड़ रुपये निकाले
अमेरिका में बॉन्ड पर प्रतिफल बढ़ने तथा इजराइल-हमास संघर्ष की वजह से पैदा हुई अनिश्चितता के चलते विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का भरोसा भारतीय बाजार से कम हुआ है. विदेशी निवेशकों ने अक्टूबर में अबतक यानी 27 अक्टूबर तक भारतीय शेयर बाजारों से 20,300 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की है. हालांकि, इस दौरान एफपीआई ने भारतीय बॉन्ड बाजार में 6,080 करोड़ डाले भी है. अभी अक्टूबर के दो कारोबारी सत्र बचे हैं।
मार्च से अगस्त लिवाल रहे थे एफपीआई
डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, सितंबर माह में भी एफपीआई शुद्ध बिकवाल रहे थे और उन्होंने 14,767 करोड़ के शेयर बेचे थे. हालांकि मार्च से अगस्त तक यानी पिछले छह माह के दौरान एफपीआई लगातार लिवाल रहे थे. इस दौरान उन्होंने शेयर बाजारों में 1.74 लाख करोड़ रुपये डाले थे. इसके साथ ही इस साल अबतक शेयरों में एफपीआई का कुल निवेश एक लाख करोड़ रहा है. बॉन्ड बाजार में उनका निवेश 35,200 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है.