Palamu: जिले के पिपराटांड़ थाना क्षेत्र में एक बिजली मिस्त्री के ट्रांसफार्मर पर जिंदा जलने का मामला सामने आया है. घटना के बाद विभाग के अधिकारी मिस्त्री के परिजनों को दबंगई दिखाते हुए किसी को भनक तक नहीं लगने देने और मुकदमा दर्ज नहीं करने का दबाव बनाते रहे. घटना के 38 दिनों के बाद परिजन किसी तरह स्थानीय विधायक के पास पंहुचे, तब पूरे मामले का खुलासा हुआ. लगातार के पास एक वीडियो मौजूद है. जिसमें बिजली मिस्त्री जिंदा जलते हुए दिख रहा है.
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बिजली विभाग की लापरवाही से गई मिस्त्री की जान
पिपराटांड़ थाना क्षेत्र के बिदरा गांव में बिजली व्यवस्था कई दिनों से चरमरा गई थी. विभाग ने सरकारी मिस्त्री ना बुलाकर गांव के स्थानीय बिजली मिस्त्री कुणाल शर्मा को बिजली ठीक करने के लिए ट्रांसफार्मर पर चढ़ाया था. इसी दौरान यह हादसा हो गया. कुणाल शर्मा के परिजनों का आरोप है कि कुणाल जैसे ही ट्रांसफार्मर पर चढ़कर बिजली की मरम्मत कर रहा था. इसी दौरान लाइनमैन ने बिजली चालू कर दिया. जिसके कारण ट्रांसफार्मर पर चढ़े कुणाल शर्मा जिंदा जल गया. पूरे मामले में ग्रामीणों ने किसी तरह शव को नीचे उतारा और पुलिस को जानकारी दिए बिना अंतिम संस्कार कर दिया. परिजनों का कहना है कि बिजली विभाग के कर्मियों ने मुआवजा दिलवाने की बात कही थी और अन्य तरह का दबाव बनाकर एफआईआर नहीं करवाने दिया. साथ ही बिजली कर्मियों ने इस मामले में कुछ भी बोलने से मना कर दिया. बिजली मिस्त्री कुणाल के परिजन एक महीने से भी अधिक समय के बाद स्थानीय विधायक डॉ शशिभूषण मेहता के पास पहुंचे. विधायक को परिजनों ने आवेदन देकर कार्रवाई करने की मांग की है.
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