Dumka : ईएमडी इलेक्ट्रॉनिक प्राइवेट लिमिटेड आउटसोर्सिंग कंपनी में काम करने वाले ऊर्जा मित्रों ने तीन माह से मानदेय नहीं मिलने पर कंपनी के देवघर अंचल डिस्ट्रिक्ट को-ऑर्डिनेटर केशव चंद्र को घंटों रोके रखा. यह कंपनी दुमका बिजली विभाग के अधीन काम करती है. कंपनी के वरीय अधिकारियों से टेलीफोन वार्ता के बाद केशव चंद्र को जाने दिया गया. कंपनी अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि 15 दिनों में वेतन भुगतान कर दिया जाएगा.
वर्ष 2017 से ईएमडी इलेक्ट्रॉनिक प्राइवेट लिमिटेड दुमका में कार्य कर रही है. कंपनी ने करीब 300 ऊर्जा मित्रों की बहाली की. शुरूआत में सब कुछ ठीक-ठाक रहा, लेकिन समय बीतने के साथ वेतन अनियमित होने लगा. अब बिजली विभाग ने ईएमडी के बदले दूसरी कंपनी से करार किया है. ऊर्जा मित्रों को आशंका है कि बकाये मानदेय का भुगतान किए बिना कंपनी कहीं बोरिया-बिस्तर बांध न ले. 1 दिसंबर को उक्त कंपनी के डिस्ट्रिक्ट कॉ-र्डिनेटर दुमका बिजली विभाग पहुंचे थे. भनक मिलते ही ऊर्जा मित्रों ने उन्हें बंधक रोक लिया तथा बकाये की मांग करने लगे. खुद पर संकट देख केशव चंद्र ने कंपनी के वरीय अधिकारी से फोन पर बातचीत की. बकाये रकम की भुगतान के आश्वासन के बाद उन्हें जाने दिया गया.
इस संबंध में केशव चंद्र का कहना है कि कंपनी का लगभग 12 करोड़ रुपए बिजली विभाग के पास बकाये है, जिसका भुगतान नहीं किया गया है. इस वजह से ऊर्जा मित्रों को मानदेय नहीं मिला है. उन्होंने कहा कि ऊर्जा मित्र के पास कंपनी का प्रिंटर है. ऊर्जा मित्र उसे जमा कर दें. 15 दिनों के अंदर प्रिंटर जमा करने वाले ऊर्जा मित्र को बकाये का भुगतान कर दिया जाएगा.
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