Arun Burnwal
Koderma: कोडरमा में जिला स्थापना शाखा ने बुधवार को 13 लिपिकों का तबादला किया. इसमें मापदंडों का पालन नहीं किया गया. मापदंडों को दरकिनार कर लिपिकों का तबादला किया गया.
परिवहन शाखा में 8 वर्षों से जमा था कर्मचारी
बता दें कि 3 साल से अधिक समय तक एक ही विभाग में कार्यरत रहनेवाले कर्मियों को दूसरी जगह ट्रांसफर करने के नियमों को ताक पर रखते हुए पूर्व में परिवहन शाखा में लगभग 8 वर्षों तक कार्यरत लिपिक सह कंप्यूटर ऑपरेटर मंटू कुमार का लगभग 9 महीने के बाद एक बार फिर उसी विभाग में प्रतिनियुक्ति कर दिया गया. जिला भविष्य निधि के उक्त कर्मचारी के संबंध में विभाग के वरीय पदाधिकारी का आदेश पत्र के माध्यम से जिले के उपायुक्त को दी गई है. इसमें कहा गया है कि भविष्य निधि के किसी भी कर्मचारी का दूसरे विभागों में प्रतिनियुक्ति नहीं किया जाए. लेकिन तबादले में इस आदेश को भी ठेंगा दिखा दिया गया. बता दें कि मंटू कुमार परिवहन विभाग में पूर्व में भी लगातार 8 वर्षों तक कार्यरत रहे हैं. जहां नियम विरुद्ध कार्य एवं नाजायज राशि की वसूली को लेकर उनके बारे में कई बार शिकायतें भी जिले के पदाधिकारियों को मिली थीं.
उपायुक्त द्वारा हटाया गया था
इसे लेकर पिछले साल उन्हें वहां से तत्कालीन उपायुक्त द्वारा हटाया गया था. इसके बाद से ही उक्त लिपिक द्वारा दोबारा से परिवहन विभाग में अपनी प्रतिनियुक्ति को लेकर प्रयास किया जा रहा था. वहीं एक अन्य लिपिक विशाल कुमार का तबादला जुलाई में विशेष शाखा के प्रतिवेदन पर परिवहन विभाग से दूसरे विभाग में किया गया था. इसमें विशेष शाखा द्वारा उक्त कर्मी पर नाजायज वसूली का आरोप लगाया गया था. लेकिन उसके तबादले के दो माह के अंदर ही उक्त कर्मी की फिर से परिवहन विभाग में प्रतिनियुक्ति कर दी गई.
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कर्मी पर आरोप प्रमाणित नहीं हुए
तबादले में यह कहा गया है कि उस पर लगाए गए आरोप प्रमाणित नहीं हुए हैं. दोबारा से उक्त कर्मी की परिवहन विभाग में प्रतिनियुक्ति से सवाल उठता है कि आखिर उक्त कर्मी की उसी विभाग में फिर से प्रतिनियुक्ति कैसे हो गयी. सूत्रों की मानें तो परिवहन विभाग में पिछले कई सालों से नाजायज वसूली का खेल खेला जा रहा है. इसमें वहां के कर्मचारी व पदाधिकारी लाभान्वित होते रहे हैं. कर्मी वहां जाने के लिए पैरवी करते रहते हैं. इससे कई बार एक ही कर्मी की दोबारा से प्रतिनियुक्ति हो जाती है. इस पर परिवहन विभाग को ध्यान देने की जरूरत है.
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