NewDelhi : मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के लिए आज बुधवार का दिन काफी अहम रहने वाला है. खबर है कि आज शाम मोदी कैबिनेट का विस्तार होगा. नयी कैबिनेट में कई युवा चेहरे शामिल होने जा रहे हैं.बता दें कि अगले साल जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है, उसकी छाप भी कैबिनेट विस्तार में देखने को मिल सकती है. केंद्रीय कैबिनेट का विस्तार आज शाम 6 बजे होगा, इसे अब आधिकारिक कर दिया गया है.
इसे भी पढ़ें : ट्रेजेडी किंग के निधन पर पीएम मोदी, राष्ट्रपति कोविंद समेत कई राजनीतिक, फिल्मी शख्सियतों ने जताया शोक
ओबीसी वर्ग को अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व दिया जायेगा
सूत्रों के अनुसार उत्तर प्रदेश में अगले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर ओबीसी वर्ग को अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व दिया जायेगा. जानकारी के अनुसार, मोदी कैबिनेट में सबसे अधिक ओबीसी मंत्री बनाये जा सकते हैं. इसके अलावा अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (SC और ST) के 10-10 मंत्रियों के होने की संभावना है.
इसे भी पढ़ें : राजकीय सम्मान के साथ शाम पांच बजे दिलीप कुमार का पार्थिव शरीर होगा सुपुर्द-ए-खाक
यह भारत के इतिहास का सबसे युवा मंत्रिमंडल हो जायेगा
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कैबिनेट में इस बार उच्च शिक्षा वाले सांसदों को अधिक तरजीह देंगे. बताया जा रहा है कि नये मंत्रिमंडल में सबसे अधिक युवा सांसदों को जगह दी जायेगी. नये मंत्रिमंडल विस्तार के बाद यह भारत के इतिहास का सबसे युवा मंत्रिमंडल हो जायेगा.
खबर है कि विस्तार से पहले महाराष्ट्र के नेता नारायण राणे प्रधानमंत्री आवास पहुंचे हैं. भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया भी अपने आवास से रवाना हुए हैं. असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, अनुप्रिया पटेल दिल्ली पहुंच गये हैं, ऐसे में इनके कैबिनेट में शामिल होने की अटकलें तेज़ हैं.
20 नये मंत्री इस बार मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं
पिछले कई दिनों से कैबिनेट विस्तार को लेकर हलचल चल रही थी. लगातार कई नाम सामने आ रहे थे. अब आज शाम को सारे सस्पेंस से पर्दा उठने की उम्मीद है.जिसमें कई नये नामों को शामिल किया जा सकता है. उम्मीद जताई जा रही है कि करीब 20 नये मंत्री इस बार मोदी कैबिनेट में शामिल हो सकते हैं, जबकि कुछ पुराने मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है. साथ ही कई लोगों के मंत्रालय भी बदले जा सकते हैं.
जानकारी के अनुसार बिहार में भाजपा के साथ सत्ता साझा करने वाली जदयू भी कैबिनेट का हिस्सा बन सकती है. जदयू पिछली बार कैबिनेट में शामिल नहीं हुई थी. बिहार से ही पशुपति पारस के भी कैबिनेट में शामिल होने की उम्मीद है. इन सभी के अलावा भी कई ऐसे नये नाम हैं, जिन्हें इस बार कैबिनेट में जगह मिल सकती है.
कैबिनेट विस्तार में चुनावी राज्यों पर फोकस किया जा रहा है
अगले साल कई राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है, जिसमें उत्तर प्रदेश सबसे अहम है. ऐसे में कैबिनेट विस्तार में चुनावी राज्यों पर फोकस किया जा रहा है, इसके अलावा क्षेत्रीय और जातीय समीकरण भी देखे जा रहे हैं. इस बार कई एससी, ओबीसी नेताओं को मौका मिल सकता है, साथ ही युवाओं पर बल दिया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को देखते हुए अपना दल को भी कैबिनेट में जगह दी जा सकती है. हाल ही में अपना दल की अध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल भी अमित शाह के आवास पर उनसे मुलाकात की थी.
कैबिनेट विस्तार से ठीक एक दिन पहले ही मोदी सरकार ने नया मंत्रालय भी बनाया है. केंद्र सरकार द्वारा सहकारिता मंत्रालय (Ministry of Co-operation) बनाया गया है, जिसका मिशन सहकार से समृद्धि के मंत्र को पूरा करना है. ऐसे में इस नये मंत्रालय की कमान किसके हाथ में जाती है, यह भी देखने लायक होगा