NewDelhi : मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पहला मंत्रिमंडल विस्तार बुधवार-गुरुवार को हो सकता है. खबर है कि पीएम नरेंद्र मोदी एनडीए के चार सहयोगी दलों जदयू, लोजपा, अन्नाद्रमुक और अपना दल को सरकार में शामिल कर सकते हैं. वाईएसआर कांग्रेस को भी सरकार में शामिल किये जाने की चर्चा है. वर्तमान में मोदी मंत्रिमंडल में 57 सदस्य हैं. संविधान के नियमों के तहत मंत्रिमंडल में 81 मंत्री हो सकते हैं.
खबर है कि असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को दिल्ली पहुंचने का संदेश दिया गया है. ज्योतिरादित्य सिंधिया, भूपेंद्र यादव को फिलहाल दिल्ली में ही रहने के लिए कहा गया है. सूत्रों के अनुसार जदयू से बातचीत अंतिम दौर में है.
शिवसेना और अकाली दल के एनडीए से नाता तोड़ने और रामविलास पासवान के निधन के बाद सरकार में सहयोगियों की भूमिका प्रतीकात्मक रह गयी है. वर्तमान में महज आरपीआई (अठावले) की ही सरकार में शामिल है. जान लें कि आरपीआई का कोई सदस्य लोकसभा में नहीं है. इसके अध्यक्ष रामदास अठावले राज्यसभा सदस्य है. वे सरकार में राज्य मंत्री हैं.
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चार सहयोगी दलों के नेताओं को बनाया जायेगा मंत्री
सूत्रों के अनुसार मंत्रिमंडल विस्तार में एनडीए में शामिल चार सहयोगी दलों को सरकार में प्रतिनिधित्व मिलना तय है. लोकसभा चुनाव के बाद सरकार गठन में महज एक सीट के प्रस्ताव को जदयू ने खारिज कर दिया था. जानकारी के अनुसार अब जदयू को दो कैबिनेट और एक राज्य मंत्री का प्रस्ताव दिया गया है. इस मामले में बातचीत जारी है.
लोजपा से पशुपति पारस के मंत्री बनने की संभावना जतायी गयी है. अन्नाद्रमुक के भी सरकार में शामिल होने की चरचा है. अपना दल से अनुप्रिया पटेल का मंत्री बनाया जाना तय बताया जा रहा है. वाईएसआर कांग्रेस से भी बातचीत चलने की खबर है.
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23 मंत्रालयों में बदलाव, नौ मंत्रियों की छुट्टी संभव
सूत्रों के अनुसार 23 मंत्रालयों में विस्तार और बदलाव होना है. कम से कम नौ मंत्रियों की मंत्रिमंडल से छुट्टी होने की बात कही जा रही है. दो कैबिनेट और सात राज्य मंत्रियों की छुट्टी किये जाने की चर्चा है. इस क्रम में सात मंत्रियों के विभागों में बदलाव हो सकता है. अभी नौ मंत्रालय अतिरिक्त प्रभार में चल रहे हैं. इन मंत्रियों के काम के बोझ को कम किया जायेगा.
अगले साल उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव हैं. विस्तार के जरिए इन राज्यों में भी जातिगत-सामाजिक संतुलन साधा जायेगा. इसके अलावा उत्तराखंड से पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत या तीरथ सिंह रावत को मंत्रिमंडल में जगह दिये जाने की चर्चा है.
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