Pravin Kumar
Ranchi : खनिज संपदाओं से परिपूर्ण होने के बाद भी झारखंड अपनी बदहाली के लिये जाना जाता है. झारखंड की सरकारें गाहे-बगाहे खजाना खाली होने की बात करते रही है. वहीं राजस्व प्राप्ति के स्त्रोत से राजस्व की वसूली नहीं हो पा रही है. वैसा ही मामला चांडिल डैम से पानी लेने वाली कंपनियों का है. बकायेदार कंपनियों की फेहरिस्त में देखें तो देश की कई नामी गिरामी कंपनियां शामिल है, जिसमें टिस्को, आधुनिक पावर, कोहिनूर स्टील सहित 11 कंपनियां शामिल है. जिनपर करोड़ों जल कर बकाया है. पानी लेने वाली कंपनियों के द्वारा बकाया का भुगतान नहीं किया जा रहा है, जिस कारण सरकार को राजस्व की क्षति हो रही है. वहीं दूसरी ओर कंपनियां फीलगुड महसूस कर रही है. जल संसाधन विभाग के सचिव प्रशांत कुमार ने लगातार न्यूज से बातचीत में कहा कि बकायेदार कंपनियों पर नियम सम्मत कार्रवाई की जायेगी. रांची की खबरों के लिए यहां क्लिक करें
स्वर्णरेखा बहुद्देशीय परियोजना के तहत चांडिल डैम का निर्माण किया गया था. परियोजना के उद्देश्य में खेती किसानी के लिए पानी उपलब्ध कराने के साथ-साथ हाइडल पावर के द्वारा जल विद्युत उत्पादन करना और कंपनियों को पानी उपलब्ध कराना था. जिसमें किसानों को पानी तो नहीं मिल रहा और न ही हाइडल पावर से पन बिजली ही पैदा की जा रही है. चांडिल डैम का पूरा का पूरा पानी कंपनियां डकार जा रही है.
जल कर के रूप में कितना है अप्रैल 2022 तक बकाया
कंपनियों का नाम | जलापूर्ति की मात्रा एमजीडी में | अबतक बकाया जलकर (लाख में) |
1.टिस्को जमशेदपुर | 2403.61 | 96319.59209 |
2. आधुनिक पावर एण्ड नेचुरल रिसोर्सेज प्रा. लि. | 657.293 | 33223.78049 |
3. आधुनिक एलावज एंव पावर लि. जमशेदपुर | 32.767 | 1538.82458 |
4. टाटा स्टील लॉग प्रोडक्ट लि. | 155.000 | 87.73800 |
5.बिहार स्पंज आयरन | 0.000 | 2244.12546 |
6.कोहिनूर स्टील प्राइवेट लिमिटेड | 32.674 | 1871.46806 |
7. पीएचइडी चांडिल
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6.200 | 102.26804 |
8. भूषण पावर एंड स्टील प्राइवेट लि. Garanala
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46.717 | 1676.16557 |
9.निलांचल आयरन एंड पावर कंपनी | 2.0553 | 395.45561 |
10. डिवाइस विद्युत लिमिटेड | 20.717 | 455.39331 |
11. मैसर्स भूषण पावर एंड स्टील प्राइवेट लिमिटेड | 46.717 | 1901.55391 |
कुल बकाया 1398 करोड़ 16 लाख
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