Ranchi : झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद का वित्तीय प्रबंधन जल्द बदल जाएगा. समग्र शिक्षा के लिए राज्य स्तर पर अब सिर्फ एक बैंक खाता होगा. राज्य कार्यालय के अधीनस्थ सभी एजेंसियों को शून्य शेष आधारित एक बैंक खाता मेंटेन किया जाएगा. अब से राज्य कार्यालय के द्वारा सभी अधीनस्थ एजेंसियों को आवंटन आधारित राशि की निकासी के लिए प्राधिकार निर्गत किए जाएंगे, जिसके अधीन विभिन्न स्तरों पर एजेंसियां जरूरत के हिसाब से, राज्य स्तर पर मेंटेन बैंक खाते के माध्यम से वास्तविक राशि की निकासी कर सकेंगे. इस प्रकार इन एजेंसियों के बैंक खाते में हमेशा शून्य अवशेष ही रहेगा. इस संबंध में राज्य परियोजना निदेशक शैलेश कुमार चौरसिया ने आज अधिसूचना जारी की, जिसकी जानकारी सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी, सभी जिला शिक्षा अधीक्षकों सहित अन्य को भी दे दी गई है.
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शिक्षा व्यवस्था से जुड़ी एजेंसियों को राशि देने के बाद भी राशि खर्च नहीं हो रही थी
समग्र शिक्षा के अंतर्गत अबतक केंद्र एवं राज्य सरकार से प्राप्त राशि राज्य कार्यालय द्वारा राशि विमुक्त किया जाता था. कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, समर्थ आवासीय विद्यालय, ग्राम शिक्षा के खाते में राशि सीधे जाती थी. समीक्षा में पाया गया कि शिक्षा व्यवस्था से जुड़ी एजेंसियों को राशि देने के बाद भी राशि खर्च नहीं हो रही थी. बैंक खाते में पैसा पड़ा रहता था. खर्च की गई राशि से संबंधित उपयोगिता प्रमाण उपलब्ध नहीं कराया जाता था. इस कारण एजेंसियों के पास बैंक खातें में पैसा पड़ा रहता था. जिस राशि को अग्रिम दिखा कर खर्च किया जाता था. इससे अनियमितता की बात सामने आ रही थी. इसके बाद केंद्र सरकार ने वित्तीय प्रबंधन में बदलाव का निर्णय लिया.

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खाते में 30 जून तक राशि मंगाने का निर्देश, प्रमाण पत्र नहीं देने वालों पर होगी कार्रवाई
वित्त मंत्रालय एवं राज्य सरकार तथा शिक्षा मंत्रालय द्वारा निर्देशित किया गया है कि सभी स्तरों पर समग्र शिक्षा की योजनाओं से संबंधित राशि 30 जून 2021 तक राज्य कार्यालय के बैंक खाते में वापस करा ली जाए. एक जून से बदला हुआ वित्तीय प्रबंधन प्रभावी होगा. इस तिथि के बाद अधीनस्थ एजेंसियों को उनके बैंक खते में राशि विमुक्त नहीं की जाएगी. वहीं किसी भी स्तर पर यदि किसी प्रकार के फर्जी अथवा अग्रिम के विरुद्ध उपयोगिता प्राप्त नहीं होता है, तो वैसे सभी के खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी. उनसे राशि की भी वसूली की जाएगी.