Garhwa: कृषि मंत्री बादल पत्रलेख गढ़वा पहुंचे. उन्होंने परिसदन में जिले के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में जिले में औसत से कम हो रही वर्षा व नीचे जाते जल स्तर पर चिंता व्यक्त की. बैठक में डीसी रमेश घोलप, पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार झा, डीडीसी राजेश कुमार राय, जिला कृषि पदाधिकारी रामाश्रय राम, जिला सहकारिता पदाधिकारी अमिता कुमारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ धनिक लाल मंडल, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी साकेत कुमार पांडेय, आत्मा विभाग से योगेंद्र कुमार व जनप्रतिनिधि मौजूद थे.
मंत्री ने कहा कि इस वर्ष गढ़वा जिला वर्षा कम होने से सुखाड़ की स्थिति लग रही है. गढ़वा जिले को सुखाड़ घोषित करने को लेकर उन्होंने अधिकारियों से कई बिंदुओं पर विचार किया. उन्होंने कहा कि यह योजना फसल बीमा योजना न होकर फसल क्षति होने पर किसानों को प्रदान की जाने वाली एक क्षतिपूर्ति योजना है. यह किसानों को प्राकृतिक आपदा के कारण फसल क्षति के मामले में सुरक्षा कवच प्रदान करने व एक निश्चित आर्थिक सहायता प्रदान करने के संकल्प को पूरा करेगा.
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किसानों को इस योजना के तहत किसी भी प्रकार के फसल बीमा प्रीमियम का भुगतान करने की आवश्यकता नहीं होगी. उन्हें सीधे सरकार द्वारा फसल क्षति की स्थिति में आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी. कम से कम 20% फसल क्षति का नुकसान होने की स्थिति में ही यह सहायता किसानों को दी जाएगी. इससे अधिकतम 5 एकड़ तक की भूमि में फसल नुकसान का मुआवजा दिया जाएगा. प्रति एकड़ 20% के नुकसान पर 3000 रूपए दिया जाएगा. अधिकतम 5 एकड़ के नुकसान पर 20 हजार रुपए की सहायता दी जाएगी.
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