Sports Desk : रविवार को ओडिशा के कलिंगा स्टेडियम में बेल्जियम को हराकर जर्मनी चैंपियन बना. सडन डेथ शूटआउट में हराकर जर्मनी ने वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया. फाइनल मुकाबला काफी रोमांचक रहा. फुल टाइम तक स्कोर 3-3 से बराबरी पर छूटने के बाद विजेता के फैसले के लिए शूटआउट का सहारा लिया गया. दोनों ही टीमों को पांच-पांच मौके दिये गये, लेकिन स्कोर एक बार फिर 3-3 से बराबरी पर छूटा. इसके बाद सडन डेथ शूटआउट में जर्मनी ने बेल्जियम को 5-4 से हरा दिया. बता दें कि दोनों ही टीमें पूरे टूर्नामेंट में अपराजेय रही थी.
जर्मनी ने 17 साल बाद जीता विश्व कप हॉकी का खिताब
जर्मनी की टीम ने 17 साल बाद हॉकी विश्व कप जीती है. इसके साथ ही जर्मनी उन तीन टीमों के क्लब में शामिल हो गई है, जिन्होंने यह टूर्नामेंट तीन या इससे अधिक बार जीता है. जर्मनी ने इससे पहले दो बार (2002 और 2006) चैंपियन बना था. जर्मनी तीन या अधिक विश्व कप खिताब जीतने वाले नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के साथ खास क्लब में शामिल हो गया है. फाइनल से पहले सेमीफाइनल में हारने वाले ऑस्ट्रेलिया और नीदरलैंड के बीच कांस्य पदक का मैच खेला गया, जिसमें नीदरलैंड ने जीत हासिल की.
कलिंगा स्टेडियम पर खेले गये रोमांचक खिताबी मुकाबले में गत चैंपियन बेल्जियम ने फ्लोरेंट ऑबेल श्वान (10वां मिनट) और टेंगाय कोसाइन्स ( 11वां मिनट) के गोल की बदौलत शुरूआती बढ़त बना ली थी, लेकिन जर्मनी ने अपने अंदाज में वापसी की निकलास वेलेन ने 29वें मिनट में गोल करके जर्मनी का खाता खोला, जबकि गोंजालो पेलेट्स ने 40वें मिनट में गोल करके स्कोर बराबर कर दिया. मैट्स ग्रैम्बुश ने 47वें मिनट में गोल करके जर्मनी को बढ़त की स्थिति में पहुंचाया, लेकिन 59वें मिनट में टॉम बून ने गोल करके स्कोर पुनः बराबर किए और मुकाबला पेनल्टी शूटआउट में पहुंच गया.
कप्तान ब्रिंकमैन चमके, नीदरलैंड ने आस्ट्रेलिया को 3-1 से हराकर कांस्य पदक जीता
कप्तान थिएरी ब्रिंकमैन के दो गोल की मदद से नीदरलैंड ने रविवार को यहां आक्रामक प्रदर्शन करते हुए दुनिया की नंबर एक टीम आस्ट्रेलिया को 3-1 से हराकर एफआईएच पुरूष हॉकी विश्व कप में कांस्य पदक जीत लिया. ब्रिंकमैन ने 35वें और 40वें मिनट में दो गोल किये जबकि टीम के लिये एक अन्य गोल पेनल्टी कॉर्नर विशेषज्ञ जिप जानसेन ने 33वें मिनट में दागा. आस्ट्रेलिया के लिये एकमात्र गोल पेनल्टी कॉर्नर विशेष जेरेमी हेवार्ड ने 13वें मिनट में दागा. नीदरलैंड ने इस तरह लगातार चौथी दफा पोडियम स्थान हासिल किया और टीम इस टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा पदक जीतने के मामले में आस्ट्रेलिया के बराबर हो गयी है. नीदरलैंड और आस्ट्रेलिया दोनों के अब विश्व कप के 15 चरण में 10-10 पदक हैं. नीदरलैंड की टीम 2010 में तीसरे स्थान पर रही थी जबकि 2014 और 2018 में उप विजेता बनी थी. उसने 1973, 1990 और 1998 में स्वर्ण पदक जीता था. तीन बार की चैम्पियन आस्ट्रेलिया के लिये 1998 चरण के बाद यह पहला मौका है जब वह बिना पदक स्वदेश लौटेगी. 1998 में टीम चौथे स्थान पर रही थी. पिछले चरण में उसने यहां कांस्य पदक जीता था.
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