Ranchi : यदि आपकी तबीयत खराब हो जाए और आप अस्पताल जाने की स्थिति में नहीं हैं, तो फौरन चिकित्सीय परामर्श के लिए 104 टोल फ्री नंबर डायल कर डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं. झारखंड सरकार द्वारा संचालित 104 टेलीमेडिसिन सेवा की शुरुआत 2014 में हुई. इसकी शुरुआत तत्कालीन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र सिंह के द्वारा की गई थी. यह सेवा राज्य के लोगों के लिए वरदान साबित हो रहा है. पिछले 8 सालों का सफर तय करते हुए राज्य के 55 लाख लोगों ने 104 टेलीमेडिसिन सेवा में कॉल कर डॉक्टरी परामर्श लिया है. पिरामल स्वास्थ्य द्वारा संचालित 104 टेलीमेडिसिन सेवा में 8 डॉक्टरों की टीम है. तीन शिफ्ट में ये डॉक्टर मरीजों को परामर्श देने का काम करते हैं.

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104 टेलीमेडिसिन सेवा ऐसे करता है काम
104 नंबर पर डायल करते ही हेल्थ इनफॉरमेशन सेंटर में बैठे डॉक्टर और पारा मेडिकल कर्मी चिकित्सीय जानकारी देते हैं. यह सुविधा 24 घंटे राज्य के लोगों को मिलती है. यहां मरीजों को बीमारी से संबंधित परामर्श के साथ-साथ दवाओं की जानकारी और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र के बारे में भी जानकारी दी जाती है.

कोरोना से संबंधित जानकारी लेने वालों की संख्या रही अधिक
104 टेलीमेडिसिन सेवा के डोमेन हेड डॉ सुधीर पांडे ने कहा कि कोरोना काल के दौरान अधिकांश लोगों ने कोरोना से संबंधित जानकारी, इसके लक्षण और दवा की जानकारी प्राप्त करने के लिए कॉल किया. क्योंकि उस वक्त अस्पतालों में ओपीडी की सेवाएं पूरी तरह से बाधित थी. वहीं पोस्ट कोविड समस्याओं की निदान को लेकर भी लोगों ने कॉल किया. उन्होंने कहा कि अमूमन लोग बीमारी से संबंधित जानकारी को लेकर कॉल करते हैं. हमारा एकमात्र उद्देश्य होता है कि लोगों के द्वारा पूछे गए सवालों और उनकी शंकाओं को दूर किया जा सके. उन्हें चिकित्सीय परामर्श देकर उनके मर्ज का इलाज करना ही हमारी पहली प्राथमिकता होती है.
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