Ghatshila (Rajesh Chowbey) : “जियो और जीने दो” का संदेश लेकर छह सदस्यीय जैन साध्वियों का एक दल बुधवार को असम से घाटशिला पहुंचा. इन साध्वियों में प्रभावीका, प्रियस्मिता, प्रियलता एवं प्रियवंदना के साथ अन्य साध्वी शामिल हैं. सुनील जैन के आवास पर प्रवास के दौरान जैन साध्वियों ने बताया कि वे पिछले 40 वर्षों से पदयात्रा कर लोगों को संदेश देने का काम कर रही हैं. इनका कोई आश्रम नहीं है. हर चतुर्मास को कहीं ना कहीं पूरे महीने रुक कर लोगों के बीच प्रवचन देती हैं. प्रियस्मिता ने बताया कि उनका मुख्य उद्देश्य है भगवान महावीर के संदेश “जियो और जीने दो” को जन-जन तक पहुंचाना, ताकि संयुक्त परिवार की स्थापना हो सके.
घर को स्वर्ग बनाने का प्रयास करें
उन्होंने शहर के लोगों को संदेश देते हुए कहा कि लोग जितनी जल्दी हो सके मांसाहार एवं मदिरापान का त्याग करें. घर परिवार में प्रेम होगा तो टूटते हुए परिवार जुड़ जाएंगे. जोड़ने की कला सीखनी होगी. घर को कैसे स्वर्ग बनाएं इसका चिंतन करना होगा. इसलिए आहार शुद्ध होगा तो विचार शुद्ध होंगे, विचार शुद्ध होगा तो समाज शुद्ध होगा और समाज से ही तो राष्ट्र का निर्माण होता है. सभी लोग सात्विक भोजन करें और स्वस्थ रहें. यही संदेश पूरे देश को वे लोग दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस बार के चतुर्मास रायपुर में होगी. मौके पर सुनील जैन राजेश जैन एवं अन्य जैन परिवार के महिला पुरुष उपस्थित थे.
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