Ghatshila (Rajesh Chowbey) : बाल दिवस के मौके पर आरडीए संस्था की ओर से झारखंड बंगाल सीमा पर अवस्थित गांव युक्तिडीह में रविवार को कई कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें कई गांव के सैंकड़ो छात्र-छात्राएं शामिल हुए. सबसे पहले सुबह के समय गांव के बच्चो एवं आरडीए के सदस्यों द्वारा गांव में प्रभात फेरी निकाली गई. समारोह का उद्घाटन जिप सदस्य देवयानी मुर्मू और भदुआ पंचायत की मुखिया श्याम चंद मानकी ने दीप जलाकर किया. इस मौके पर बाल विवाह रोकने, बाल श्रमिक व बच्चों के अधिकार पर नाटक का मंचन किया गया. जिसे देखकर मौजूद लोग मंत्रमुग्ध हो गये. समारोह के दौरान रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया.
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ग्रामीणों को जागरुक करना बेहद जरुरी : जिप सदस्य
उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए देवयानी मुर्मू ने कहा कि आरडीए सिर्फ क्षेत्र के लोगों को रोजगार देने का ही काम नहीं कर रहा बल्कि लोगों को विभिन्न विषयों पर समय-समय पर जागरुक भी कर रहा है. आज बाल विवाह ग्रामीण क्षेत्र के लोगों के लिए अभिशाप बनता जा रहा है. लोग मजबूरी वश ऐसा कर कम उम्र में ही बच्चों को नरक की जिंदगी काटने को मजबुर कर देते है. इसके प्रति ग्रामीणों को जागरुक करना बेहद ही जरुरी है, और इसमें आरडीए सराहनीय भूमिका निभा रही है. मौके पर आरडीए के कंचन कर, तपन वर्मन, गंधेश्वरी पाल, सोमवारी मानकी, मायनो मानकी, छुटेन मानकी, बाल कृष्ण सरदार समेत सैंकड़ो लोग मौजूद थे.