Ghatshila (Rajesh Chowbey) : घाटशिला कॉलेज में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत 4 वर्षीय स्नातक सेमेस्टर वन में नव नामांकित छात्रों के लिए मंगलवार को परिचयात्मक कक्षा आयोजित की गयी. कार्यक्रम में एक जुलाई से लागू भारत के तीन नये कानून पर व्याख्यान कार्यक्रम आयोजित की गई. इसमें वक्ताओं ने कहा कि भारत की न्याय प्रणाली में बड़ा बदलाव हो गया है. अभी तक देश में भारतीय दंड संहिता 1860, आपराधिक प्रक्रिया संहिता 1973 तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1872 में लागू था. लेकिन 1 जुलाई 2024 से उनकी जगह तीन नए कानून भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता ( बीएनएसएस) तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम (बीएसए) लागू है. इसमें भारतीय नागरिकों को काफी सुविधा दी गई है. अंग्रेज कालीन कानून से मुक्ति मिली है.
इसे भी पढ़ें : Chandil : क्षेत्रीय शिक्षा संयुक्त निदेशक के आदेश काे धत्ता बता स्कूल चलाने का आरोप
सभी अतिथियों ने कार्यक्रम को किया संबोधित
इस व्याख्यान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में घाटशिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राकेश कुमार शर्मा, विशिष्ट अतिथि सीटीसी, मुसाबनी के पुलिस इंस्पेक्टर मनोज कुमार, इंस्पेक्टर किशोर तमसोय एवं सब इंस्पेक्टर ज्योत्सना महतो ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम में प्राचार्य डॉ आरके चौधरी ने सभी नव नामांकित छात्रों को कॉलेज के नियम-परिनियमों को बताते हुए कहा कि छात्रों को इस बात पर गर्व करना चाहिए कि वे घाटशिला कॉलेज के छात्र हैं. प्राचार्य ने सभी छात्रों को कॉलेज के नियमों का पालन करने हेतु संकल्प दिलाया. कार्यक्रम का संचालन प्रो इंदल पासवान ने किया. स्वागत भाषण डॉ एसपी सिंह और धन्यवाद ज्ञापन प्रो विकास मुंडा ने किया. मौके पर डॉ डीसी राम, प्रो महेश्वर प्रमाणिक, डॉ संदीप चंद्रा, डॉ कुमार विशाल, डॉ संजेश तिवारी, प्रो राम विनय कुमार श्याम, डॉ कन्हाई बारिक, सरयू पाल, शंकर महली, खुदीराम हांसदा, डेजी सेवा, मल्लिका शर्मा, अर्जुन भुइयां आदि के साथ काफी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित थे.
Leave a Reply