Giridih : बड़े अरमानों के साथ बीते साल 11 मई को 19 साल की सुधा, कृष्ण देव की दुल्हन बनकर जमुआ प्रखंड के चचघरा पंचायत के जरुआ गांव पहुंची थी. अपनी गृहस्थी संवारने के साथ-साथ वो अपने कोख में नन्ही ममता को भी सींच रही थी. शादी को साल लगने में 15 दिन बाकी थे. इससे पहले ही चार महीने की गर्भवती सुधा देर रात को लाश बनकर कुएं से बरामद हुई.
कुएं से बरामद हुई लाश
26 अप्रैल बुधवार की देर रात डेढ़ बजे 20 साल की सुधा देवी की लाश जमुआ प्रखंड के चचघरा पंचायत के जरुआ गांव के उसके ससुराल के बाहर कुएं से बरामद हुई. जिसके बाद पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेजवाया. सदर अस्पताल पहुंचे मृतका सुधा के चाचा चंद्रशेखर ने बताया कि रात 9 बजे गांव के ही एक व्यक्ति ने उन्हें फोन पर बताया कि उसकी भतीजी को मारकर घर के बाहर कुएं में फेक दिया गया है. जिसके बाद पूरे परिवार के साथ वो मौके पर पहुंचे और देर रात को सुधा की लाश कुएं से निकलाकर पुलिस को सूचना दी.
दहेज के लिए हत्या का आरोप
बेंगाबाद प्रखंड के सोनवाद पंचायत के डोमा पहाड़ी गांव के अनुसार ओम प्रकाश वर्मा ने अपनी बेटी सुधा देवी (20) की शादी बीते साल 11 मई 2022 को जमुआ प्रखंड के चचघरा पंचायत के जरुआ गांव निवासी रोहित वर्मा के पुत्र कृष्ण देव प्रसाद वर्मा के साथ धूमधाम से की थी. सुधा के चाचा चंद्रशेखर ने बताया कि दामाद कृष्णदेव वर्मा मैकेनिक का काम करता है. वो द्वारपहरी में नयी दुकान बनवा रहा है. जिसके लिए बार-बार वो सुधा को अपने घरवालों से पैसे मांगने का दबाव बना रहा था. बीते चार महीने से दामाद व सास ससुर दहेज के लिए सुधा को प्रताड़ित कर रहे थे. सुधा जानती थी कि पिता की ऐसी हैसियत नहीं कि उसे और रकम दे सके.
सास, ससुर और पति को बनाया आरोपी
जमुआ पुलिस को दिए गए आवेदन में सुधा की सास रुक्मिणी देवी, ससुर रोहित वर्मा और पति कृष्ण देव प्रसाद वर्मा को आरोपी बनाया गया है. सुधा के पिता ने पुलिस को दिए आवेदन में कहा है कि शादी के 4 माह बाद ही बेटी के साथ मारपीट की जाने लगी. कहा गया कि दमाद कृष्णदेव दहेज के रूप में सोने की चैन व 2 लाख रूपये नगद मांग रहा था, जबकि शादी के समय ही सामर्थ्य के अनुसार दान दहेज दी गई थी. आवेदन में जानकारी दी गई है कि सुधा 4 माह की गर्भवती थी. इधर सुधा की मौत के बाद ससुराल वाले घर में ताला बंद कर फरार हो चुके थे.
जिला परिषद अध्यक्ष पहुंची सदर अस्पताल
जिला परिषद अध्यक्ष मुनिया देवी और कांग्रेस नेत्री डॉ.मंजू कुमारी सदर अस्पताल पहुंची. परिजनों को ढांढस बंधाया और इंसाफ का भरोसा दिया. दोनों महिला नेताओं ने जमुआ पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है.
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