Giridih : गिरिडीह नगर निगम चुनाव में मेयर पद अनारक्षित होने की घोषणा के बाद झामुमो, भाजपा और कांग्रेस के कई उम्मीदवार दावेदारी जता रहे हैं. हालांकि नगर निगम चुनाव दलीय आधार पर नहीं लड़ा जाएगा, फिर भी राजनीतिक दल किसी न किसी उम्मीदवार को समर्थन देती है. सबसे अधिक परेशानी झामुमो को है. खास समुदाय के आधा दर्जन उम्मीदवार मेयर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं. झामुमो समर्थक उम्मीदवारों में कुमार गौरव, सुमित कुमार, इरशाद अहमद बारिश, शाहनवाज अंसारी, शहीद अख्तर, गुलाम सरवर दावेदारी जताने वाले उम्मीदवारों में शामिल हैं. भाजपा समर्थक उम्मीदवारों में सीटिंग उप महापौर प्रकाश राम समेत संदीप डगायच, विनीता कुमारी, संजीत सिंह, विभाकर पांडे, पूर्व मेयर सुनील पासवान, राकेश मोदी के नाम शामिल हैं. कांग्रेस समर्थक उम्मीदवारों में नवीन चौरसिया, विकास सिन्हा, समीर राज चौधरी का नाम सामने आ रहा है. इन राजनीतिक दलों के अलावा पत्रकार अरविंद कुमार, सुभाष इंस्टीट्यूट के निदेशक विजय सिंह, भाकपा माले नेता राजेश सिन्हा भी चुनावी समर में कूदने की तैयारी कर रहे हैं.
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बाबूलाल मरांडी का गृह जिला
गिरिडीह पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी का गृह जिला भी है. इस वजह से उन्हें भाजपा समर्थक किसी एक उम्मीदवार को समर्थन देना मुश्किल होगा. स्थानीय जेएमएम विधायक सुदिव्य कुमार सोनू को भी किसी एक जेएमएम समर्थक उम्मीदवार को समर्थन देना मुशिकल होगा. सभी भाजपा समर्थक उम्मीदवार बाबूलाल मरांडी से आशीर्वाद लेने के आकांक्षी हैं. उसी तरह झामुमो समर्थक उम्मीदवार भी सुदिव्य कुमार सोनू के आशीर्वाद के अभिलाषी हैं. विगत नगर निगम चुनाव दलीय आधार पर हुए थे. मेयर व उप मेयर की सीट भाजपा के पाले में गई थी. कांग्रेस दूसरे स्थान पर रहकर दमदार उपस्थिति दर्ज कराई थी.
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क्षेत्रीय दलों में हलचल नहीं
क्षेत्रीय दलों में नगर निगम चुनाव को लेकर हलचल नहीं है. राजद, जदयू, लोजपा, बसपा में उम्मीदवारों को लेकर ऊहापोह की स्थिति है. लोजपा के प्रदेश अध्यक्ष राज कुमार राज का घर गिरिडीह जिला में है. बावजूद इसके लोजपा में चुनाव को लेकर हलचल नहीं है.
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सोशल मीडिया पर राय मांग रहे हैं उम्मीदवार
चुनावी समर में उतरने से पूर्व कई उम्मीदवार सोशल मीडिया पर समर्थकों से राय मांग रहे हैं. व्हाट्सएप ग्रुप और फेसबुक में ऐसे उम्मीदवार पोस्ट कर जानना चाह रहे हैं कि चुनाव लड़ना सही रहेगा या नहीं.
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