Giridih : नगर भवन में आयोजित भगवान बिरसा मुंडा की जयंती सह राज्य स्थापना दिवस समारोह में 150 लाभुकों में 10 करोड़ की परिसंपत्तियों का वितरण किया गया. नगर भवन परिसर में विभिन्न विभागों के 15 स्टॉल लगाए गए. डीसी नमन प्रियेश लकड़ा, एसपी अमित रेणु, बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह, जिप अध्यक्ष मुनिया देवी, नगर निगम के प्रभारी महापौर प्रकाश राम ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर समारोह का उद्घाटन किया. मौके पर डीसी ने कहा कि प्रगतिशील समाज के निर्माण में सभी की भूमिका होती है. सामूहिक प्रयास से ही झारखंड को देश में ऊंची मुकाम दिलाई जा सकती है. भगवान बिरसा के त्याग व बलिदान का देश हमेशा ऋणी रहेगा. हम सभी को उनके विचारों और आदर्शों पर चलने की जरूरत है.
विधायक विनोद सिंह ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा स्वतंत्रता संग्राम के नायक थे. उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता. बिरसा मुंडा ने जल, जंगल, जमीन और जनजातीय संस्कृति एवं परंपरा की रक्षा के लिए सर्वस्व न्यौछावर कर दिया.
समारोह को जिला परिषद् अध्यक्ष मुनिया देवी, नगर निगम के प्रभारी महापौर प्रकाश राम समेत अन्य लोगों ने संबोधित किया. मौके पर डीडीसी शशि भूषण मेहरा, डीआरडीए निदेशक आलोक, एसडीपीओ अनिल सिंह समेत अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे.
समारोह में आ धमकी जलसहिया
स्थापना दिवस समारोह में जलसहिया संघ की महिलाएं जुलूस की शक्ल में आ धमकी. जिलसहियाओं ने नगर भवन के मुख्य गेट पर स्थानीय विधायक व राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. इन सबकी मांग 40 माह के बकाया मानदेय का भुगतान है. सदर एसडीओ विशालदीप खलको और एसडीपीओ अनिल सिंह ने जलसहियाओं को समझा-बुझाकर शांत कराया. एसडीओ ने जलसहियाओं से कहा कि नीतिगत फैसला लेना राज्य सरकार का काम है. एसडीओ के बुलावे पर पीएचडी के कार्यपालक अभियंता मुकेश मंडल पहुंचे और प्रोत्साहन राशि भुगतान करने पर सहमति बनी. इसके बाद जलसहिया शांत हुई.
यह भी पढ़ें : गिरिडीह : शिविर में ढ़ीबरा लेकर पहुंचे ग्रामीण, सौंपा ज्ञापन