अपराधियों ने बाटी मोड़ के पास 21 जून की रात डीवाई कंपनी के कर्मी से की थी लूटपाट
एसपी दीपक कुमार शर्मा ने प्रेसवार्ता में किया मामले का खुलासा
Giridih : गिरिडीह-जमुआ मुख्य मार्ग पर बाटी मोड़ के पास पिछले 21 जून की रात डीवाई कंपनी के पांच करोड़ रुपये की लूट मामले के मास्टरमाइंड गुलाब साह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वह हजारीबाग जिले के बरही का रहने वाला है. उसके पास से 77 लाख रुपये भी बरामद किए गए हैं. यह जानकारी गिरिडीह एसपी दीपक कुमार शर्मा ने 21 सितंबर को प्रेसवार्ता में दी. गुलाब साह ने गुजरात की डीवाई कंपनी की इतनी मोटी रकम की लूट अपने गिरोह में सदस्यों के साथ की थी. घटना को अंजाम देने के बाद वह अपने घर बरही भी गया था, लेकिन चार दिनों बाद पुलिस की सक्रियता देख वह स्कार्पियो से फरार हो गया था. एसपी ने बताया कि उसे पड़ने के लिए पुलिस की टीम लगातार कई राज्यों में छापामारी कर रही थी. इसके बाद यह सफलता हासिल हुई है. वह बिहार में छिपकर रह रहा था.
यह है मामला
ज्ञात हो कि बीते 21 जून की रात जमुआ थाना क्षेत्र के बाटीमोड़ के पास अपराधियों ने डीवाई कंपनी के कर्मियों से 5 करोड़ रुपए लूट लिए थे. कंपनी के कर्मी रुपये लेकर क्रेटा कार पर सवार होकर पटना से कोलकाता जा रहे थे. कार के अंडरग्राउंड सेफ में 5-5 सौ की गड्डियां भरी हुई थीं. क्रेटा कार के चालक मयुर सिंह जडेजा ने जमुआ थाना में आवेदन देकर घटना की प्राथमिकी दर्ज करायी थी. चालक ने पुलिस को दिए गए बयान में कहा था कि 20 जून की रात को वह अपने सहयोगी जगत सिंह जडेजा के साथ रात करीब 9 बजे पटना की डीवाई कंपनी के मैनेजर भरत सिंह सोलंकी के निर्देश पर पांच करोड़ रुपये लेकर कोलकाता के लिए निकला था. रास्ते में गिरिडीह जिले के बाटी के पास स्कार्पियो व एसयूवी वाहन पर सवार अपराधियों ने क्रेटा वाहन को ओवरटेक कर रोकवाया और चालक व उसके सहयोगी को कब्जे में लेकर सेफ में रखे पांच करोड़ रुपए लूट कर फरार हो गए.
3.24 करोड़ रुपए के साथ 6 आरोपी पहले हो चुके हैं गिरफ्तार
गौरतलब है कि गिरिडीह पुलिस इस लूटकांड में शामिल 6 आरोपियों को अलग-अलग स्थानों से पहले ही ही गिरफ्तार कर चुकी है. उनके पास से लूटे गए 5 करोड़ में से 3,24,15,000 रुपए भी बरामद किए गए थे. इसके साथ ही उनके पास से आठ मोबाइल फोन, एसयूवी वाहन और क्रेटा कार में लगाये गये एक जीपीएस को भी पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया था. पहले गिरफ्तार आरोपियों में राजेश सिंह, मो. करीम अंसारी, विनोद विश्वकर्मा, शहजाद आलम (सभी धनबाद जिले के गोविंदपुर के रहने), रंजीत कुमार (बरही) और अजीत कुमार सिंह चतरा जिले के इटखोरी का) शामिल हैं. जबकि लूटकांड का मास्टरमाइंड गुलाब साह फरार चल रहा था.
क्रेटा कार में चिप प्लांट कर जीपीएस से कर रहे थे निगरानी
पहले पकड़े गए अराधियों ने पुलिस को बताया था कि लूटकांड को अंजाम देने के लिए घटना से करीब डेढ़ माह साजिश रची गयी थी, उस वक्त गिरोह के सदस्यों ने सेल टैक्स का अधिकारी बनकर बरही में डीवाई कंपनी के कर्मियों से सात लाख रुपये की वसूली की थी. उसी समय इन्हें पता चला था कि कंपनी की मोटी रकम उक्त क्रेटा कार से ढोई जाती है, इसलिए उनलोगों ने चुपके से कार में चिप प्लांट कर दिया. इसके बाद जीपीएस के माध्यम से कार की निगरानी कर रहे थे.
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