Giridih : गिरिडीह (Giridih)– महिला कैदियों की स्थिति में सुधार के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सौरव कुमार गौतम ने गिरिडीह केंद्रीय कारा का निरीक्षण किया. निरीक्षण के क्रम में सचिव ने जेल में महिला कैदियों को जागरूक किया. सचिव ने जेल में महिला कैदियों को मिलने वाली सुविधाओं और शैक्षणिक व्यवस्था के बारे में पूछताछ की. कैदियों ने अपनी समस्याएं उनके समक्ष रखी. कैदियों से उन्होंने कहा कि कारा अवधि में जो भी कैदी प्राथमिक अथवा उच्च शिक्षा ग्रहण करना चाहती हैं वे जेल पीएलवी तथा जेल अधिवक्ता के माध्यम अपनी सहमति जिला विधिक सेवा प्राधिकार को भेजें. शिक्षा की समुचित व्यवस्था जेल प्रशासन करेगा. सचिव कारा का निरीक्षण करने झालसा रांची और जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष वीणा मिश्रा के निर्देश पर गए थे.
कारापाल प्रमोद कुमार ने सचिव को बताया कि वर्तमान में कुल 50 महिला बंदी हैं. महिला कैदियों की पढ़ाई-लिखाई की व्यवस्था करने का निर्देश पीएलबी प्रार्थना कुमारी को दिया गया. सचिव ने इस संबंध में जिला शिक्षा अधीक्षक से पत्राचार करने को कहा.
कई महिला कैदियों ने सचिव से कहा कि हस्तशिल्प और रोजगारपरक प्रशिक्षण की व्यवस्था जेल में की जाए. कैदियों को उन्होंने आश्वस्त किया कि बहुत जल्द रोजगारपरक प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने जेलर प्रमोद कुमार को स्वरोजगार प्रशिक्षण की व्यवस्था करने का निर्देश दिया.
सचिव ने महिला कैदियों को संबोधित भी किया. संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि सकारात्मक विचार रखते हुए सभ्य नागरिक बनकर जेल से बाहर निकलें और समाज में मिसाल कायम करें. अपराध की पुनरावृति नहीं करने का संकल्प लें. सचिव ने महिला कानून संबंधित पुस्तकों का सेट जेलर और जेल पीएलवी को भेंट की.
मौके पर जेल अधिवक्ता गौरी शंकर सहाय, जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह के कर्मी देवेंद्र कुमार दास, फ्रंट कार्यालय के पारा लीगल वालंटियर दिलीप कुमार, जेल पीएलवी रमेश मंडल, संजय कुमार राय समेत अन्य मौजूद थे.
यह भी पढ़ें : गिरिडीह : पंचायत चुनाव- जिले के तीन प्रखंडों में 27 मई को चौथे चरण का मतदान